छत्तीसगढ़ स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक देने में आया अव्वल, मध्यप्रदेश दूसरे स्थान पर
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देश में कोवाक्सिन की लगभग 1.5 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जा रहा है
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देश में कोवाक्सिन की लगभग 1.5 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जा रहा है जिसे 10 करोड़ खुराक प्रति माह तक बढ़ाने की योजना है। वहीं उन्होंने देश में टीकाकरण को लेकर भी बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना की पहली खुराक देने में देश में छत्तीसगढ़ नंबर वन पर है वहीं मध्यप्रदेश दूसरे स्थान पर है। पॉल ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि देशभर में औसत 89 फीसदी स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। छत्तीसगढ़ में 99 फीसदी, मध्यप्रदेश में 96 फीसदी, राजस्थान में 95 फीसदी स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी गई है। दिल्ली में यह 78 फीसदी है।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने के मामले में गुजरात पहले स्थान पर
डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देशभर में औसत पहली डोज 82 फीसदी फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी गई है। गुजरात में 93 फीसदी, राजस्थान में 91 फीसदी और मध्य प्रदेश में 90 फीसदी फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज दी गई है। दिल्ली में यह 80 फीसदी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी दी अहम जानकारी
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में 11 राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख से ज्यादा है। वहीं, आठ राज्य ऐसे हैं जहां सक्रिय मामले 50 हजार से एक लाख के बीच हैं। 17 राज्यों में 50 हजार से कम सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ ऐसे राज्य हैं जहां बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन, इसके साथ ही इन राज्यों में सक्रिय मामलों में कमी भी दर्ज की जा रही है।
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि तमिलनाडु चिंता का विषय बन गया है जहां पिछले एक सप्ताह में सक्रिय मामलों में काफी तेजी देखी गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि, असम और हिमाचल प्रदेश समेत कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक 18 करोड़ लोगों को टीके की खुराक लगाई जा चुकी है।