चेक पेमेंट भी सुरक्षित नहीं! दूसरे के नाम पर जारी हुआ पैसा, बैंक मैनेजर पर FIR दर्ज

जाने क्या है पूरा मामला.

Update: 2020-11-11 03:42 GMT

गाजियाबाद। बैंक ऑफ बड़ौदा की गांधीनगर शाखा से तीन चेक चोरी होने का मामला सामने आया है। दो चेक का भुगतान किसी अन्य के खाते में हो गया, जबकि कन्फर्मेशन पर तीसरे चेक का भुगतान रुक गया। चेक पर नाम और अन्य चीजें बदलकर फर्जीवाड़ा किया गया है। दो पीड़ितों की तहरीर पर सिहानी गेट पुलिस ने शाखा प्रबंधक व स्टाफ के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।

गांधीनगर निवासी विनोद शुक्ला का कहना है कि वह इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के थोक विक्रेता हैं। उनकी फर्म का खाता बैंक ऑफ बड़ौदा की गांधीनगर शाखा में है। गत 27 अक्तूबर को उनके एक ग्राहक ने 1.76 लाख रुपये का यश बैंक का चेक दिया था। 30 अक्तूबर को उन्होंने उक्त चैक बैंक ऑफ बड़ौदा के ड्रॉप बॉक्स में डाल दिया। कुछ दिन बाद खाते में पैसा न आने पर उन्होंने चेक देने वाले ग्राहक से पूछा तो उनके होश उड़ गए। ग्राहक ने बताया कि उनके चेक का भुगतान मिर्जापुर के एसबीआई बैंक में कर्मा देवी के खाते में हो गया है। यह पता लगने पर उन्होंने सिहानी गेट थाने में बैंक मैनेजर व स्टाफ के खिलाफ तहरीर दी।

दूसरे मामले में चंद्रपुरी निवासी निमिष गोयल का कहना है कि वह पैकिंग टेप बनाते हैं। उनकी फर्म चंद्रपुरी में ही है। उनके क्लाइंट ने उन्हें एचडीएफसी बैंक का 75 हजार 520 रुपये का चेक दिया था। दूसरे ग्राहक ने बैंक ऑफ इंडिया का 74 हजार 552 रुपये का चेक दिया। दोनों चेक उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा की गांधीनगर ब्रांच के ड्रॉप बॉक्स में डाल दिए। उनका कहना है कि उनका 75 हजार 520 रुपये का चेक चोरी हो गया। वह पंजाब एंड सिंध बैंक मयूर विहार की शाखा में डला और भुगतान मिर्जापुर में हरिदास के खाते में हुआ। इसी तरह तीसरे व्यक्ति का चेक दो लाख रुपये से अधिक का था। वह भी चोरी हो गया। लेकिन बैंक ने भुगतान करने से पहले कन्फर्मेशन की तो चेक देने वाले ने इाकार कर दिया, जिससे भुगतान होल्ड हो गया। सिहानी गेट एसएचओ कृष्ण गोपाल शर्मा का कहना है कि पीड़ितों की तहरीर पर बैंक ऑफ बड़ौदा की गांधीनगर शाखा के मैनेजर व स्टाफ के खिलाफ चोरी व धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। घटना के पीछे किसी गैंग का हाथ लग रहा है। जल्द ही इसका खुलासा कर आरोपियों को बेनकाब किया जाएगा।


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