Shimla. शिमला। हिमाचल प्रदेश के चंबा के खजियार में एनआरआई दंपति से हुई मारपीट मामले और चंडीगढ़ पुलिस के एएसआई एवं थाना डमटाल के अधीन एक क्षेत्र का वीडियो वायरल किया जा रहा है। जिसमें घटनाओं को सोशल मीडिया में तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय शिमला में पत्रकारवार्ता में एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी ने कहा कि खजियार में घटित घटनाओं में नौ जून को परमजीत सिंह, एएसआई चंडीगढ़ पुलिस घूमने आए थे, उन्होंने अपनी गाड़ी सडक़ पर पार्क कर दी, जिससे यातायात बाधित हो गया था। जब खजियार पुलिस ने उनसे गलत तरीके से पार्क की गई गाड़ी को हटाने के लिए कहा, तो वह गाली-गलौज करने लगा। मामले की जांच के दौरान पुलिस कर्मियों पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार पाए हैं। वहीं, 11 जून को चंबा में एक एनआरआई दंपति मारपीट मामने में जांच में पता चला है कि कंवलजीत सिंह और उनके भाई जीवनजीत सिंह हस्तरेखा शास्त्र का अभ्यास करने के बहाने महिला पर्यटकों और स्थानीय महिलाओं का जबरन हाथ पकड़ रहे थे।
इस दौरान वहां मौजूद पर्यटकों और स्थानीय लोगों में कहासुनी हो गई। पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और एनआरआई दंपति को सुल्तानपुर पुलिस चौकी ले आई। उन्होंने इस मामले में कोई भी कानूनी कार्रवाई करवाने से इनकार कर दिया था। एडीजीपी ने कहा कि हाल ही सोशल मीडिया पर पुलिस जिला नूरपुर के थाना डमटाल के अधीन एक क्षेत्र का वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसमे यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि पंजाब राज्य से संबंधित कुछ गाडिय़ों से तोड़-फोड़ की गई है । 17 जून की रात 12 बजे के करीब डमटाल के होटल में पंजाब राज्य के क्षेत्र से संबंधित तीन व्यक्ति आए और होटल प्रबंधक से कमरा किराए पर मांगा। होटल प्रबंधक ने होटल के सभी कमरे बुक होने के कारण कमरा किराए पर देने में असमर्थता प्रकट की। तीनों व्यक्ति होटल की पार्किंग में बैठ गए और जाते समय पार्किंग में खड़ी पंजाब, हरियाणा व राजस्थान की पांच गाडिय़ों के साथ तोड़ फोड़ कर गए। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांतिपूर्ण राज्य है। हिमाचल प्रदेश पुलिस देश व विदेश से आने वाले सभी पर्यटकों का हार्दिक स्वागत करती है तथा उनकी सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है। हिमाचल प्रदेश पुलिस किसी भी विशेष राज्य के पर्यटकों के साथ मारपीट दुव्र्यवहार की अफवाहों का खंडन करती है।