सेंट्रल विस्टा परियोजना: केंद्र ने विपक्ष के आरोपों को किया खारिज, बोले- बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए सभी दावे
कोरोना काल के दौरान सेंट्रल विस्टा परियोजना के काम को लेकर केंद्र सरकार को विपक्ष की ओर से घेरा गया।
कोरोना काल के दौरान सेंट्रल विस्टा परियोजना के काम को लेकर केंद्र सरकार को विपक्ष की ओर से घेरा गया। केंद्र पर लगे सभी आरोपों को हटाने के लिए सरकार ने एक डॉक्यूमेंट जारी किया है, जो सेंट्रल विस्टा से जुड़े सभी फर्जी दावों को खारिज करता है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विपक्ष की आपत्तियों को विचित्र बताते हुए कांग्रेस पर हमला बोला।
बता दें कि विपक्ष ने आरोप लगाया था कि महामारी के समय केंद्र सरकार 20,000 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम कर रही है, जिस पर पलटवार करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इसकी कल्पना महामारी के समय से पहले साल 2019 में की गई थी। केंद्रीय मंत्री की ओर से कहा गया कि नए संसद भवन की लागत 862 करोड़ रुपये है और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू की लागत 477 करोड़ रुपये है। कुल मिलाकर ये लागत 1300 करोड़ रुपये की है। वहीं हरदीप सिंह पूरी की ओर से कहा गया कि आरोप है कि पीएम का नया घर 13,450 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें 10 इमारत बन रही हैं और पीएम के आवास के लिए टेंडर भी नहीं निकला है। मंत्री ने कहा कि पीएम आवास की लागत को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है।
सरकार की ओर से जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार केंद्रीय बजट में 137 फीसदी की बढ़ोतरी की गई। वहीं कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए अलग से 35000 करोड़ का आवंटन किया गया है। नए संसद भवन की जरूरत के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मौजूदा संसद भवन काफी कमजोर है और बड़े भूकंप से बड़ा नुकसान हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि नई बिल्डिंग सेस्मिक जोन-4 में बनाई जा रही है और यहां खतरा कम है। हरदीप सिंह पुरी ने यह भी कहा कि इससे हरियाली बढ़ेगी और इसकी जरूरत है।