CDS हेलिकॉप्टर हादसा: ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी ने डिएक्टिवेट किया ट्विटर अकाउंट, लोगों ने किया ट्रोल, जानें वजह
नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर का भी निधन हो गया. शुक्रवार को दिल्ली के बरार स्क्वॉयर में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान उनकी बेटी को ब्रिगेडियर लिड्डर के पार्थिक शरीर से लिपटकर रोते हुए देखकर लाखों लोगों की आंखें की नम हो गईं. ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी 17 साल की होने वाली हैं. उन्होंने बड़ी दिलेरी से अपने पापा को अंतिम विदाई दी.
ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर सीडीएस बिपिन रावत के रक्षा सलाहकार थे. ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर उसी MI-17 हेलिकॉप्टर में सवार थे जो सीडीएस बिपिन रावत को लेकर जा रहा था.
शुक्रवार को उनकी बेटी ने अपने पिता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "मैं 17 साल की होने वाली हूं. इस तरह से मेरे पापा मेरे साथ 17 साल तक रहे. हम उनकी अच्छी यादें अपने साथ लेकर चलेंगे. ये एक राष्ट्रीय क्षति है. मेरे पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड और मेरे हीरो थे. वो बहुत खुश मिजाज इंसान और मेरे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत थे.
उनकी बेटी ने कहा कि वे सिर्फ मुझ में ही नहीं सब में जोश भरते थे. सबसे बड़े मॉटिवेटर थे वो. मुझे याद है जब मैं 5 साल की थी, मैंने पापा को देखकर बोला कि आप मेरी हर बात मानते हो ना, क्योंकि वो मेरी हर बात मानते थे.
लल्लनटॉप में डेविड की लिखी खबर के मुताबिक, ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर का पूरा परिवार अभी इस गहरे सदमे से बाहर भी न निकला था कि सोशल मीडिया के कुछ ट्रोल्स की नजर उनकी बेटी के ट्विटर अकाउंट पर पड़ गई. इसके बाद ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी के विचारों के लिए उन्हें निशाना बनाया जाने लगा. एक तो पिता के जाने का गहरा शोक, ऊपर से ऐसे लोगों की ट्रोलिंग. मजबूर होकर उनकी बेटी ने अपना ट्विटर अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया.
इसके बाद ट्विटर पर कई तरह की चर्चाएं होने लगीं. शिवसेना की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, " वो अभी मात्र 17 साल की है, गहरे शोक में है लेकिन मजबूत बनी है. उसने अभी-अभी अपने पिता का अंतिम संस्कार किया है, जो एक अलंकृत सैन्य अधिकारी थे, उसे उसके विचारों के लिए ट्रोल किया जा रहा है. वे उसकी चेतना को मॉडरेट करना चाहते हैं, उसे सही करना चाहते हैं. इस प्रक्रिया में उसे अपना अकाउंट डिलीट करने पर मजबूर होना पड़ा. तुमलोग और कितने गर्त में जाओगे?"
कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने भी इस मसले पर ट्रोल्स को खरी खोटी सुनाई है. गौरव पांधी ने ट्वीट किया, "शातिर मोदी भक्तों ने साहसी ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर की बेटी को आदित्यानथ और बीजेपी विरोधी विचारों के लिए ट्रोल किया और गाली दी. इसके बाद उन्होंने (ब्रिगेडियर की बेटी) अपना अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया. ये सब उस समय हुआ जब उनके पिता की चिता जल रही थी. ये है RSS का फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद!"
बताया जा रहा है कि ब्रिगेडिर लिड्डर की बेटी को कुछ लोगों ने 'woke' नाम दिया था. पार्थ नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि 'मिस्टर लिड्डर की बेटी भी woke है. उसका ट्विटर अकाउंट चेक करिए.'
लोगों का कहना है कि ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी को एक पुराने ट्वीट के लिए ट्रोल किया गया जिसकी वजह से उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट डिएक्टिवेट कर लिया.
दरअसल, पिछले दिनों लखीमपुर खीरी जाते समय पुलिस ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया था. प्रियंका को जिस जगह ठहराया गया था, वहां वो झाड़ू लगाती नजर आई थीं. उनके इस वीडियो पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा था कि जनता ने प्रियंका को इसी लायक छोड़ा है.
लल्लनटॉप में छपी डेविड की रिपोर्ट के अनुसार इसी पर ब्रिगेडियर की बेटी ने लिखा था- विपक्ष को अनदेखा करते योगी आदित्यनाथ को देखते हुए उठी. मैं समझ गई हूं. ये राजनीति है. लेकिन बहुत घटिया और ये कहना सही नहीं कि वो (प्रियंका गांधी) 'केवल फर्श साफ करने लायक हैं'. मेरा मतलब, कमाल है. दम नहीं है, लेकिन डींग मारना नहीं छोड़ा. योगी, पहले यूपी में मचे उत्पात को कम करिए.
माना जा रहा है कि इसी ट्वीट की वजह से उन्हें ट्रोल किया गया, इससे परेशान होकर उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट ही डिएक्टिवेट कर दिया.
Wake से बना है Woke. Wake का मतलब जगना यानी कि Woke मतलब जागा हुआ, जागृति, चैतन्य, जिसकी अपनी सोच समझ हो. निश्चित रूप से ये कोई निगेटिव टर्म नहीं है. लेकिन सोशल मीडिया में इन दिनों का इस शब्द का काफी इस्तेमाल हो रहा है. राइट विंग कैटेगरी के लोग लिबरल या सेकुलर जमात के लोगों को चिढ़ाने के लिए उन्हें Woke कहते हैं.