CBSE: इंटरनल असेसमेंट के आधार पर प्रमोट होंगे सीबीएसई 10वीं के स्टूडेंट्स, जाने हर सवाल के जवाब
सीबीएसई 10वीं की परीक्षा देने जा रहे देशभर के करीब 21.5 लाख छात्रों और उनके अभिभावकों ने आज चैन की सांस ली होगी. लेकिन इस बीच लोगों के मन में बहुत से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बोर्ड छात्रों को किस तरह प्रमोट करेगा. क्या सिर्फ प्रमोशन के नाम पर सिर्फ उन्हें 11वीं में पढ़ने की अनुमति मिल जाएगी या बोर्ड की ओर से इवैल्यूवेशन की कोई अलग व्यवस्था की गई है. अगर इस इवैल्यूएशन से छात्र संतुष्ट न हों तो उनके पास क्या-क्या विकल्प होंगे. सीबीएसई ने छात्रों के इन सभी सवालों के जवाब दिए हैं.
सीबीएसई बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ संयम भारद्वाज की ओर से जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि दसवीं कक्षा का रिजल्ट बोर्ड की ओर से विकसित किए गए ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया के आधार पर तैयार किया जाएगा. अगर कोई छात्र इस प्रोसेस से दिए गए अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं होता है तो उसे एग्जाम में हिस्सा लेने का भी अवसर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा इसी शर्त पर होगा जब देश के हालात परीक्षा आयोजित कराने के अनुकूल हो जाएंगे.
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच CBSE की परीक्षाओं को लेकर CBSE 12वीं की परीक्षाओं को टाल दिया गया है, जबकि 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा मंत्री और मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें ये फैसला लिया गया है.
आदेश के मुताबिक, 4 मई से 14 जून तक होने वाली 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. 1 जून को एक और बैठक होगी, जिसमें तब के हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा. अगर परीक्षाएं होंगी तो 15 दिन पहले ही छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा.
CBSE 10वीं के पेपर्स जो कि 4 मई से 14 जून तक होने थे, उन्हें पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है. बोर्ड की ओर से छात्रों के परफॉर्मेंस के आधार पर नंबर्स दे दिए जाएंगे. अगर कोई छात्र या छात्रा अपने नंबर्स से खुश नहीं होगा, तो उसे बाद में एग्जाम देने का मौका मिलेगा.