पाकिस्तान में एक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतीक विश्लेषक पर हमले का मामला
हमले का मामला
पाकिस्तान में एक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतीक विश्लेषक पर हमले का मामला सामने आया है। घटना पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की है। जानकारी के मुताबिक, घटना तब हुई जब वरिष्ठ पत्रकार अयाज आमिर शुक्रवार देर रात को जब अपने ऑफिस से वापस जा रहे थे। उन्होंने बताया कि अज्ञात नकाबपोशों ने पहले उनको कार से बाहर घसीटा, इसके बाद उनकी पिटाई की। इस दौरान उनके ड्राईवर की भी पिटाई की गई। गौरतलब है कि इस घटना के एक दिन पहले ही उन्होंने पाकिस्तानी सेना के जनरलों की आलोचना की थी। इतना ही नहीं वरिष्ठ पत्रकार अयाज आमिर ने उन्हें 'प्रॉपर्टी डीलर' करार दिया था।
पिटाई में उनके चेहरे पर चोट आई है। घटना के बारे में ट्वीट करके उन्होंने बताया कि नकाबपोश लोगों ने उनकी पिटाई की और उसके कपड़े फाड़ दिए। इतना ही नही, नकाबपोशों ने उनका सेलफोन और बटुआ भी छीन लिया। इसके बाज जब लोग वहां पर इकट्ठा होने लगे तो नकाबपोश फरार हो गए।
बाद में एक ट्वीट में आमिर ने कहा कि जिन लोगों ने उन पर हमला किया उन्होंने उनकी उम्र की परवाह नहीं थी। मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है और न ही मेरा किसी से कोई झगड़ा था। मेरी केवल एक ही गलती थी कि मैं सच बोलता हूं और मैं बोलता रहूंगा।
घटना से एक दिप पहले गुरुवार को इस्लामाबाद में 'शासन परिवर्तन और पाकिस्तान पर इसका असर' विषय पर आयोजित एक सेमिनार में भाषण के दौरान पत्रकाप आमिर ने पाकिस्तान की राजनीति में अपनी भूमिका के लिए सेना पर निशाना साधा था। इस संगोष्ठी में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हुए थे। इस सेमिनार में बोलते हुए अयाज आमिर ने सेना के जनरलों को प्रॉपर्टी डीलर बताया था। इतना ही नहीं तंज कसते हुए उन्होंने सरकारी कार्यालयों में पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना और देश के राष्ट्रीय कवि अल्लामा इकबाल के फोटो को हटाने और उनकी जगह 'संपत्ति डीलरों' की तस्वीरें लगाने की सलाह दी।
इस दौरान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि वह अपने कार्यकाल के छठे वर्ष में थे और एक बार फिर कार्यकाल विस्तार कराना चाह रहे थे। इस दौरान उन्होंने पाक्सितान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भी आड़े हाथों लिया। वरिष्ठ पत्रकार पर हुए हमले की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने निंदा की और जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।