गुजैनी थाने में अफवाह फैलाने वाले दस ट्विटर अकाउंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज
गुण दोष के आधार पर शीघ्र ही विवेचना का विधिक नियंत्रण किया जायेगा: पुलिस उपायुक्त रविन्द्र कुमार
कानपुर: सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर वायरल हुए वीडियो मामले में गुजैनी थाने में 10 अप्रैल को दो मुकदमे दर्ज किए गये। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि एक मुकदमे में 10 ट्विटर अकाउंट यूजर के विरुद्ध मुकदमा है। यह जानकारी शुक्रवार को पुलिस उपायुक्त रविन्द्र कुमार ने दी।उन्होंने बताया कि जिसकी विवेचना प्रचलित है। गुण दोष के आधार पर शीघ्र ही विवेचना का विधिक नियंत्रण किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसे रतन लाल चौकी थाना गोविंद नगर का बताया जा रहा था।
उक्त वायरल वीडियो के जांच में एक व्यक्ति जिसे उस वीडियो में मारा जा रहा था, उसको तलाशा गया और उनसे पूछताछ की गयी तो ज्ञात हुआ की उक्त पीड़ित व्यक्ति का नाम रोहित द्विवेदी पुत्र सुरेश द्विवेदी गुजैनी है।रोहित द्विवेदी ने बताया कि 3 महीने पूर्व एक मित्र के बर्थडे पार्टी में मेरी पंकज और उसके कुछ साथियों के साथ किसी बात को लेकर लड़ाई हो गयी थी। उसी लड़ाई को केंद्र बिन्दु मानते हुए पंकज, विक्रम और उसके कुछ साथियों ने लगभग 2 महीने पूर्व मेरे साथ इन लोगों ने थाना गुजैनी के तात्या टोपे नगर के एक मकान में मारपीट की।
इनके द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर तत्काल प्रभाव से मु0अ0स0 102/24 धारा 147/323/506/386 भादवि व 66-E IT Act पंजीकृत किया गया।इस संबंध में नामजद अभियुक्त पंकज ठाकुर व विक्रम सिंह व अन्य तीन अज्ञात को विवेचना के क्रम में तत्काल टीमें गठित कर अभियुक्त की तलाश की गई। पंकज ठाकुर निवासी कालिका नगर गोपाल पुर पतरसा थाना पनकी व अन्य प्रकाश में आये एक बाल अपचारी को गिरफ्तार कर उपरोक्त को न्ययालय के समक्ष पेश किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया तथा बाल अपचारी को किशोर न्याय बोर्ड के सम्मुख प्रस्तुत कर बाल संरक्षण गृह भेजा गया। तथा उपरोक्त दोनों लोगों से अन्य कुछ साक्ष्य मिले है।
जिन पर विवेचना प्रचलित है।इसी क्रम में कुछ समय बाद कुछ सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा बिना तथ्य को जाने एवं बिना किसी पुलिस अधिकारी के ऑफिशियल वर्जन लिए उक्त वायरल वीडियो को गलत तरीके से जारी कर दिया। इस वीडियो में चौकी रतनलाल नगर थाना क्षेत्र गोविन्द नगर का बताते हुए ट्विटर (x) अकाउंट एवं अन्य सोशल मीडिया पर भ्रामक तरीके से पुलिस की छवि खराब करने के उद्देश्य से प्रेषित किया। इस वीडियो के जरिए एक जाति विशेष के मध्य में पुलिस के प्रति विद्वेष की भावना फैलाने का कुत्सित प्रयास किया गाया। इसको भी संज्ञान में लेते हुए उपनिरीक्षक अनुराग सिंह की तहरीर के आधार पर 10 ट्विटर अकाउंट यूजर के विरुद्ध मुकदमा किया है। जिसकी विवेचना प्रचलित है। गुण दोष के आधार पर शीघ्र ही विवेचना का विधिक निस्तारण किया जायेगा।