रांची (आईएएनएस)| झारखंड पुलिस ने राज्य के वांटेड और इनामी नक्सलियों की संपत्ति कुर्क करने के लिए बुलडोजर अभियान शुरू किया है। यह अभियान यूपी में फरार वारंटियों की अवैध संपत्ति को नष्ट करने के लिए योगी सरकार के एक्शन मॉडल की तर्ज पर चलेगा। पुलिस ने पहले चरण में ऐसे 14 नक्सली कमांडरों की सूची तैयार की है। इनके घरों पर इश्तेहार चिपकाकर सरेंडर करने की चेतावनी दिए जाने के बाद अब उनकी संपत्ति जब्त की जा रही है और घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। चतरा जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव में 25 लाख के इनामी नक्सली गौतम पासवान के घर पहुंची पुलिस टीम ने घर का एक-एक सामान बटोर लिया। इसके बाद बुलडोजर से घर के दरवाजे, चौखट और खिड़कियां उखाड़ ली गईं।
गौतम पासवान भाकपा माओवादी संगठन की शीर्ष कमेटी का सदस्य है। उसके खिलाफ यह कार्रवाई राजपुर थाना कांड संख्या 84/15 मामले में अदालत के आदेश से की गई है। कार्रवाई के लिए पहुंची टीम का नेतृत्व एसडीपीओ अविनाश कुमार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत नक्सलियों को सरेंडर करने पर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए कई तरह की सहूलियत दी जा रही हैं। इसके बावजूद जो नक्सली सरेंडर नहीं करेंगे, उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी।
जिन अन्य ईनामी नक्सलियों के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, उनमें टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के प्रमुख 30 लाख के ईनामी ब्रजेश गंझू और 15 लाख के इनामी रीजनल कमांडर आक्रमण गंझू, नवीन यादव, रमेश गंझू, इंदल गंझू, दुर्योधन महतो, दीपक यादव, भीखन गंझू, नीरू यादव, अमरजीत यादव सहित कई अन्य शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी के घरों पर पहले ही इश्तेहार चिपका कर उन्हें सरेंडर करने को कहा है।