श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, समीक्षा के बाद होगा फैसला जल्द शुरू हो सकती है चार धाम यात्रा
समीक्षा के बाद होगा फैसला
उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार में हुए महाकुंभ में कोरोना वायरस (Corona Virus) के दौरान पिछले दिनों सुपर स्प्रेडर की चर्चाओं के बीच चार धाम यात्रा (Chardham Yatra) पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी गई थी. ऐसे में प्रदेश सरकार ने कहा कि कोरोना की स्थिति पर नजर रखते हुए इसे फिर से शुरू किया जा सकता है.
अधिकारियों ने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के हालात बेहतर पाए जाएंगे. वहां केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए चारधाम यात्रा को खोला जा सकता है. वहीं कोरोना के मद्देनजर इस साल श्रद्धालुओं को चार धाम यात्रा में जाने से रोक दिया गया था. इस दौरान केवल पुजारियों को ही पूजा अर्चना से संबधित अनुष्ठान करने की अनुमति दी गई थी.
समीक्षा के बाद होगा फैसला
गढ़वाल के आयुक्त और चार धाम देवस्थानम बोर्ड के चेयरमैन रविनाथ रमन ने कहा कि कोरोना वायरस की स्थितियों पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि जून के दूसरे हफ्ते में बोर्ड की बैठक के बाद ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा कि यात्रा को शुरू किया जाएगा या नहीं. रंमन ने बताया कि हम देख रहे हैं. क्या किया जा सकता है.
कैसे शुरू हो सकती हैं चार धाम यात्रा
देवस्थानम बोर्ड के चेयरमैन रमन ने कहा कि कोरोना वायरस की स्थितियों को देखते हुए चार धाम यात्रा जिस जिले में है, वहां के स्थानीय लोगों को दर्शन के लिए अनुमति दी जा सकती है. उन्होंने बताया कि ये सब तभी तय हो सकता है, जब यह यकीन हो जाए कोरोना वायरस कम हो रहा है.
हाई कोर्ट ने राज्य सरकार पर कसा तंज
इससे पहले मई के महीने में ही उत्तराखंड के हाई कोर्ट ने कुंभ और चार धाम यात्रा के आयोजन पर कहा था कि प्रदेश को अपनी गलतियों से सीखना चाहिए. लेकिन प्रदेश सरकार के एक मंत्री सहित बीजेपी के कुछ नेता रोक के बावजूद तीर्थ यात्रा पर पहुंच गए थे.