देवर ने भाभी से बनाए अवैध संबंध, फिर एक दिन...
रिश्तों को तार-तार करने की एक घटना सामने आई है.
बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती में रिश्तों को तार-तार करने की एक घटना सामने आई है. यहां एक बेटे ने मां की हत्या कर दी क्योंकि भाभी के साथ अवैध संबंध का वह विरोध करती थी. मां के बार-बार विरोध करने पर बेटे ने मां को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया था. मामला, वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के कटनौली गांव का है.
यहां रहने वाली राधिका देवी 31 अगस्त को खेत में निराई करने गई थी. वह काफी देर तक घर वापस नहीं आई. इसके बाद परिवार के लोगों ने खोजबीन शुरू की. खेत में जाने पर राधिका का खून से लथपथ शव मिला. उनके गले, पीठ और सिर पर धारदार हथियार से वार किया गया था. राधिका के हाथ भी साड़ी से बंधे हुए थे.
सूचना मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया. राधिका के बेटे अशोक ने पुलिस को तहरीर दी कि मड़वा नगर के रहने वाले फुफेरे भाई अनिल कुमार ने मेरी मां की हत्या की है. पुलिस ने अनिल के खिलाफ हत्या की धारा में मामला दर्ज कर लिया.
पुलिस ने घटना की तफ्तीश शुरू की. विवेचना में पता चला कि जिसके खिलाफ मृतक के बेटे ने मुकदमा दर्ज कराया है, वह घटना में शामिल ही नहीं है. पुलिस का शक उस समय यकीन में बदला, जब मृतक के बेटे अशोक ने अनिल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाव बनाया.
पुलिस को शुरुआती छानबीन में अनिल का लोकेशन घटना की जगह न होकर शहर के एक ढाबे पर मिली. इसके बाद पुलिस के शक की सुई अशोक पर घूम गई. जांच में पता चला कि अशोक के भाभी के साथ नाजायज संबंध हैं.
पुलिस ने घटना की कड़ी से कड़ी जोड़कर अशोक से पूछताछ की. पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा. मगर, बाद में कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया. उसने मां की हत्या की बात कबूल कर ली.
मामले में वाल्टरगंज थाने के पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया, "31 अगस्त की शाम को कटनौली गांव में 60 वर्षीय एक महिला की हत्या हुई थी. उनके बेटे ने तहरीर दी थी उसके फुफेरे भाई ने मां की हत्या कर दी है."
उन्होंने आगे कहा, "घटना में फुफेरे भाई की कोई संलिप्तता नहीं थी. जांच में पता चला कि मृतका के बेटे ने ही उसकी हत्या की है. आरोपी की मां अपने बेटे और बहू की करतूत के बारे में जान गई थी".
पुलिस अधीक्षक ने कहा, "जांच में यह भी पता चला कि भाई की गैर-हाजिरी में अशोक अपनी भाभी से लंबी बात करता था. वह भाभी से मिलने हैदराबाद भी गया था. मगर, इस तथ्य से अशोक और उसकी भाभी लगातार मुकरते रहे, जबकि दोनों की लंबी बातचीत के साक्ष्य भी पुलिस को मिले थे."