हद कर दी! शव का पोस्टमॉर्टम करने के लिए मांग ली रिश्वत, वीडियो वायरल, अस्पताल प्रशासन ने कही ये बात
उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है.
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में शव के पोस्टमॉर्टम के एवज में हजारों रुपये मांगने का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पोस्टमॉर्टम का कार्य करने वाले एक व्यक्ति को 3800 रुपये मांगते देखा जा रहा है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इस बात से इंकार किया है और वीडियो की जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है.
KGMU ने कहा कि वीडियो में जो पैसा दिया जा रहा है, दरअसल वह मृतक के अंतिम क्रियाक्रम के लिए दिया गया है. पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल कर्मचारी को पैसे देने की बात पूरी तरह गलत है.
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के KGMU में मृत व्यक्तियों का पोस्टमॉर्टम किया जाता है. जो पूरी तरह नि:शुल्क है. ऐसे में अस्पताल के कर्मचारी द्वारा मृतक व्यक्ति के परिजनों से रुपये की मांग की बात कही गई है. बताया गया है कि 3800 रुपये पोस्टमॉर्टम के नाम पर मांगे जाते हैं, जिसमें समान और अन्य चीजों का जिक्र होता है.
किसी शख्स ने इस पूरी एक्टिविटी का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है. वायरल वीडियो शनिवार का बताया जा रहा है. पूर्व आईपीएस और सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने इस वीडियो मामले को लेकर जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है.
KGMU के पीआरओ सुधीर कुमार के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम में किसी भी तरह से पैसों का लेनदेन नहीं होता है. यह बिल्कुल निःशुल्क है. इस वीडियो की जांच के बाद ही पता चलेगा कि उस व्यक्ति से शव के क्रियाक्रम के लिए अलग से किसी अन्य व्यक्ति को पैसे दिया गया था या नहीं.
KGMU प्रशासन ने इस बारे में प्रेस नोट जारी करते हुए कहा, 'अमिताभ ठाकुर तथा डॉ नूतन ठाकुर ने पक्के पुल स्थित लखनऊ मेडिकल कॉलेज मर्चुरी में कुव्यवस्था, अराजकता तथा अवैध वसूली की शिकायत की है. लखनऊ के डीएम तथा पुलिस कमिश्नर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को भेजी शिकायत में उन्होंने कहा कि उन्हें प्राप्त वीडियो में मर्चुरी में शव के साथ असम्मान दिख रहा है, जो शराब के प्रभाव में किया जाना बताया गया है.
उन्होंने कहा कि मानव शव का अपमान धारा 297 आईपीसी में अपराध है, अतः इस मामले में विधिक कार्रवाई की जाये. इसी प्रकार मर्चुरी के लोगों द्वारा वीडियो में शव देने के लिए रु० 3800 लेना दिख रहा है तथा दी गई जानकारी के अनुसार प्रत्येक शव के लिए रु० 3500-4000 इसी प्रकार अवैध ढंग से किया जा रहा है, जबकि पोस्टमॉर्टम पूरी तरह नि:शुल्क व शासकीय व्यय पर किया जाता है. अतः यह भ्रष्टाचार है.
अमिताभ व नूतन ठाकुर ने ऐसे संवेदनशील स्थान पर इस प्रकार की कुव्यवस्था, अराजकता तथा भ्रष्टाचार को आपत्तिजनक बताते हुए इस पर ध्यान देते हुए समुचित कार्रवाई किये जाने की मांग की है.'