Breaking: दो पक्षों में जमकर मारपीट, कई गाड़ियों को जलाया
जांच में जुटी पुलिस
Motihari. मोतिहारी। वेब सीरीज पंचायत का तीसरा सीजन जिसने भी देखा है उसको एक बात को पता लग गया है की गांव की पॉलिटिक्स एक अलग ही स्तर की होती है. यहां के बवाल का भी अलग ही स्तर होता है. कई बार बहुत छोटी-छोटी बातों को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो जाती है. किसी पंचायत के लिए पंचायत भवन की काफी अहमियत है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने सभी पंचायत के लिए पंचायत सरकार भवन बनाने की घोषणा की है, लेकिन आज मोतिहारी में इसी पंचायत भवने के निर्माण को लेकर दो पक्षों में जमकर उपद्रव देखने को मिला. बिहार के मोतिहारी में एक पंचायत भवन के लिए काफी उपद्रव हो गया. पंचायत सरकार भवन निर्माण को लेकर पूर्व मुखिया और वर्तमान मुखिया के समर्थकों की जबरदस्त भिड़ंत हो गयी जिसमें लगभग आधा दर्जन दोनों तरफ के लोग घायल हुए हो गए. घायलों का इलाज सदर अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल में किया जा रहा है. यहां की एक खाली पड़ी जमीन पर एक पंचायत भवन बनना था।
लेकिन वह नहीं बन पाया जिस कारण से दोनों पक्षों में बवाल हो गया. पूरा मामला मोतिहारी के तुरकौलिया थाने के अंतर्गत शंकर सरैया के तंसरिया गांव का है, जहां गांव में पोखर के पास गैर मजरूआ जमीन पर सरकारी पंचायत भवन बनना था. ये जमीन पहले से खाली पड़ी थी. इसको लेकर तुरकौलिया के अंचलाधिकारी ने बाकायदा कानूनन भूमि की जांच कर उसपर अपनी स्वीकृति दी थी. इसके बाद उस जगह पर पंचायत सरकार भवन का निर्माण काम होना था लेकिन वहां के पहले मुखिया ने यह कहा कि यह स्थल श्मशान घाट की जमीन है जिसके लिए इस जगह को छोड़कर आप कहीं भी पंचायत सरकार भवन बना लें. लेकिन सरकारी आदेश को दिखाते हुए वर्तमान मुखिया ने अपने समर्थकों के साथ यह कहा की पंचायत सरकार भवन इसी जगह पर बनेगा क्योंकि स्वीकृति में ये बात कहीं पर नहीं लिखी है कि यह जमीन श्मशान घाट की जमीन है. बस फिर क्या था इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच कहां सुनी होते-होते बात गोलीबारी तक पहुंच गई और दोनों पक्षों की तरफ से किसी एक पक्ष ने फायरिंग कर दी. उपद्रव में एक गोली किसी व्यक्ति को लगी और दूसरी तरफ वहां पर खड़े एक स्कॉर्पियो गाड़ी में भी उपद्रवियों ने आग लगा दी. इसके बाद माहौल और गर्म हो गया. सूचना पाते ही गांव में तुरकौलिया के अंचलाधिकारी सहित एसडीपीओ सदर और एसडीएम पहुंचे और पहुंचने के साथ ही ग्रामीणों के साथ बैठकर बातचीत कर मसले का हल निकालने की कोशिश की।