Bareilly. बरेली। बरेली में दुष्कर्म से बेटी गर्भवती हुई तो पिता ने उसकी हत्या कर दी। फिर खुद पुलिस चौकी पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस को पूछताछ में कहा कि रात में सोते समय बेटी के पैर पकड़े। माफी मांगी, फिर गला दबाकर हत्या कर दी। कहा कि बदनामी भरी जिंदगी से मौत ज्यादा बेहतर है। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। दो दिन पहले खुद पिता ने बेटी के साथ रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
वारदात बरेली के सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की है। यहां रहने वाले एक किसान की 17 साल की बेटी से रेप हुआ। बेटी 3 महीने की गर्भवती हुई तो परिवार को इसका पता चला। पिता ने पूछा तो बेटी ने बताया कि भूरा नाम के युवक ने उससे ज्यादती की है। पिता ने बुधवार यानी 7 अगस्त की रात सीबीगंज थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने लड़की के बयान दर्ज किए। इसमें बताया कि 3 महीने से आरोपी धमकी देकर रेप कर रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बेटी की हत्या के बाद थाने पहुंचे पिता ने बताया-अरोपी ने बेटी के वीडियो बना लिए थे। वह उसे धमकाता था। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर बेटी के साथ कई बार गलत काम किया। गांव में हमारी बदनामी हो रही थी। जब मैंने पुलिस से शिकायत करने की बात कही तो भूरा के घर वाले शादी के लिए कहने लगे।
मुझे लगा कि चलो उसी लड़के से शादी हो जाएगी तो बदनामी कम होगी। बेटी की जिंदगी सुधर जाएगी। लेकिन कुछ दिन पहले भूरा और उसके परिवार वालों ने शादी से इनकार कर दिया। मैंने पुलिस से शिकायत की तो भूरा गिरफ्तार हो गया। आरोपी पिता ने पूछताछ में बताया कि बेटी बच्चे को जन्म देगी तो उसे कौन पालेगा। अब क्या होगा? इन सारी चिंताओं के चलते मैं बुधवार को रात भर सो नहीं सका। इसलिए मैंने सोचा अगर बेटी जिंदा रहेगी तो यह सवाल हमेशा खड़े होते रहेंगे। इसलिए मैंने उसे मारने का फैसला कर लिया। गुरुवार को हम सब घर में ही थे, सभी ने खाना खाया और सोने चले गए। आधी रात के बाद मैं बेटी के कमरे में गया। वह गहरी नींद में थी। बेटी के पैर पकड़े और उससे माफी मांगी। कहा-बेटी मुझे माफ करना इस बदनामी के साथ तुम्हारी जिंदगी नहीं चल सकती। इससे तुम्हारी मौत बेहतर है। सीबीगंज इंस्पेक्टर राजबली सिंह ने बताया- कागजों में लड़की नाबालिग थी, लेकिन आज पिता ने उसकी उम्र 18 साल बताई। आरोपी भूरा को एक दिन पहले ही जेल भेजा था। वारदात के बाद पिता ने पुलिस चौकी पहुंचकर सरेंडर कर दिया।