Shimla. शिमला। राज्य में अलग-अलग हिस्सों में बारिश और भूस्खलन की वजह से 71 सडक़ें बाधित हो गई हैं। पीडब्ल्यूडी ने इन सडक़ों को बहाल करने के लिए मशीनरी और कर्मचारियों को मौके पर तैनात कर दिया है। विभाग ने बाधित हुई सडक़ों में से 50 फीसदी को गुरुवार को ही बहाल कर लेने का दावा किया है, जबकि अन्य सडक़ें आगामी चौबीस घंटे में बहाल की जाएंगी। अब तक बाधित सडक़ों का सबसे बड़ा आंकड़ा सिरमौर जिला का है। सिरमौर में 32 सडक़ों पर आवाजाही बंद है। यहां शिलाई में 17 सडक़ें बाधित हुई हैं। कई ग्रामीण इलाकों का संपर्क कट चुका है और इन सडक़ों में वाहन फंसे हुए हैं। लोगों को पैदल सफर करने के लिए भी मजबूर होना पड़ रहा है। इसके अलावा पांवटा साहिब में 10, संगड़ाह में तीन और नाहन में दो सडक़ें बाधित हुई हैं। इससे पहले सिरमौर में नेशनल हाईवे-707 पर भी वाहनों की आवजाही प्रभावित हुई थी, लेकिन अब इसे बहाल कर लिया गया है।
कांगड़ा में दस सडक़ें अभी भी बाधित हैं। इनमें चांदपुर-कुलानी, सपेरू से गोरथ संपर्क मार्ग, लाहड़ चेलियां रूड पनियाली, बल्ह-तरुति-बात रोड, डाढ-मलां-मस्सल-रंझूण रोड, चाह से चंद्र रोड, कुट-चमियारा रोड, रिडक़ुमार से घटारड़ा रोड, धर्मशाला से जूहल वाया अघंजर महादेव स्लेट गोदाम रोड और गुणा माता मंदिर मार्ग बाधित हुआ है। मंडी में आठ सडक़ें बाधित हो गई हैं। इनमें धर्मपुर और सरकाघाट में तीन-तीन, जबकि नेरचौक और थलोट में एक-एक सडक़ बंद है, जबकि कुल्लू में दो सडक़ों पर यातायात नहीं चल पा रहा है। यहां भू-स्खलन की वजह से मार्ग बाधित है। वहीं प्रदेश में हुई बारिश की वजह से 248 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं। इनकी वजह से लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। सबसे ज्यादा सिरमौर में 178 ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। कुल्लू में 68 और चंबा में दो ट्रांसफार्मर बंद हैं। बिजली बोर्ड प्रबंधन ने दावा किया है कि जिन भी क्षेत्रों में बिजली गुल हुई है, वहां कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है और आगामी 24 घंटे में बिजली दुरुस्त कर दी जाएगी। इससे लोगों को राहत मिलेगी।