यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र का शव पहुंचा गांव, सीएम ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध (Ukraine Russia War) में हुई गोलाबारी में जान गंवाने वाले भारतीय छात्र नवीन का पार्थिव शरीर आज यानी सोमवार को उसके पैतृक गांव हावेरी कर्नाटक पहुंच गया है. नवीन के पैतृक गांव में उनके परिजन उनको अंतिम श्रद्धांजलि दे रहे हैं. उसके बाद नवीन के पार्थिव शरीर को एसएस हॉस्पिटल को दान कर दिया जायेगा.
आपको बता दें कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में रूस की गोलाबारी में मारे गए कर्नाटक के एक मेडिकल छात्र का पार्थिव शरीर सोमवार को यहां हवाई अड्डे पर पहुंचा. 'खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी' में मेडिकल के अंतिम वर्ष के छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की एक मार्च को संघर्ष क्षेत्र में मौत हो गई थी.
नवीन के परिवार के सदस्य, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सहित कुछ अन्य लोग पार्थिव शरीर लेने के लिए हवाई अड्डे पहुंचे. इसके बाद शव को नवीन के पैतृक स्थान हावेरी जिले के रानेबेन्नूर तालुक के चालगेरी गांव ले जाया गया. बोम्मई ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नवीन ने संघर्ष क्षेत्र में अपनी जान गंवा दी.
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि नवीन की मां पार्थिव शरीर को देश लाने के लिए लगातार गुहार लगा रही थीं. शुरू में, हम युद्ध क्षेत्र से शव लाने की संभावना को लेकर भी संशय में थे. यह एक कठिन कार्य था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी विशाल कूटनीतिक क्षमता से पूर्ण किया.
यूक्रेन से हजारों छात्रों को घर वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि यह (पार्थिव शरीर लाना) असंभव था क्योंकि ज्यादातर समय हम युद्ध क्षेत्रों से अपने सैनिकों के पार्थिव शरीर नहीं ला पाते हैं. एक आम नागरिक का पार्थिव शरीर लाना किसी चमत्कार से कम नहीं है. नवीन के माता-पिता ने अंतिम श्रद्धांजलि देने के बाद शव को दावनगेरे के एक निजी अस्पताल को दान करने का फैसला किया है.