रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी...डॉक्टर ने महिला मरीज को ऐसे लगाया चुना...पुलिस ने ऐसे पकड़ा

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Update: 2021-05-06 01:16 GMT

कोरोना महामारी के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे में अब रेमडेसिविर के नाम पर ठगी भी शुरू हो गई है. बंगाल के हुगली और हावड़ा में रेमडेसिविर के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. इनमें से एक के पास से नकदी और अन्य सामान बरामद हुआ है. एक आरोपी का बैंक खाता भी पुलिस ने फ्रीज करा दिया है.

हुगली में चंदननगर के पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने बताया कि आरोपी को हावड़ा जिले के दादनगर इलाके से गिरफ्तार किया गया. जिसकी पहचान अमन सिंह उर्फ डॉक्टर अनु मेहता के तौर पर हुई है. इसके अलावा पुलिस ने चंदननगर इलाके से उसके साथी सुमन नाथ को भी गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 120बी, 34 और राष्ट्रीय आपदा अधिनियम की धारा 52 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है.
इंजेक्शन की मांग को देखते हुए इन दोनों ने रेमडेसिविर के नाम पर ठगी कर हजारों रुपये कमाए. पुलिस ने इनके पास से 90,000 रुपये नगद बरामद किए हैं. इसके अलावा एक आरोपी के बैंक अकाउंट को फ्रीज किया गया है, जिसमें 54,000 रुपये थे. पुलिस ने अभियुक्तों के पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
सीपी गौरव शर्मा ने बताया कि इस मामले की शिकायत महाराष्ट्र की रहने वाली डॉ विभा अग्रवाल ने फोन पर चंदननगर पुलिस को दर्ज कराई थी. महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस हरकत में आ गई. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने कोरोना से ग्रसित होने के कारण व्हाट्सएप ग्रुप से मिले एक नंबर पर संपर्क किया था. उस व्यक्ति ने अपने आप को गाजियाबाद के कोलंबिया हॉस्पिटल का सेल्स रिप्रेजेंटेटिव बताया. उसके कहने पर महिला ने 6000 प्रति इंजेक्शन के हिसाब से उसे 2 रेमडेसिविर वॉयल के लिए पैसे पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर किए.
लेकिन पैसे मिल जाने के बाद आरोपी ने महिला के साथ संपर्क खत्म कर दिया. तब महिला ने परेशान होकर खुद आरोपी के पेटीएम और बैंक खाते के बारे में जानकारी जुटाई. महिला को पता चला कि उसके जो पेटीएम अकाउंट में पैसे डाले थे, वो चंदननगर के रहने वाले किसी व्यक्ति के स्टेट बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हुए हैं.
इसके बाद पीड़ित महिला ने चंदननगर कमिश्नरेट पुलिस से फोन पर संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई. उसी के आधार पर दोनों आरोपी आखिरकार पकड़े गए. इस मामले में पुलिस ने महिला की जागरूकता को भी सराहा.
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