बीजेपी के सबसे वृद्ध नेता का निधन: पहली विधानसभा के सदस्य रहे थे नन्नाजी, शोक की लहर

Update: 2022-01-12 12:44 GMT

भोपाल: मध्य प्रदेश की पहली विधानसभा के सदस्य और राजस्व मंत्री रहे लक्ष्मी नारायण गुप्ता का बुधवार को निधन हो गया। उन्होंने झांसी में अपने आवास पर अंतिम सांस ली। नन्नाजी के नाम से मशहूर लक्ष्मी नारायण गुप्ता स्वतंत्रता सेनानी भी रहे थे।

देश में बचे इक्के-दुक्के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक लक्ष्मी नारायण गुप्ता अपनी सादगी के लिए मशहूर थे। वे मध्य प्रदेश की पिछोर विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे थे। दो बार कैबिनेट मंत्री रहे और राजस्व मंत्री का पद संभाला। मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल को आज भी याद किया जाता है।
नन्ना जी ने स्वततंत्रता आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी। वे इतने सादगी पसंद थे कि उन्होंने कभी मोबाइल फोन अपने पास नहीं रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पिछले साल नवंबर महीने में जनजातीय सम्मेलन के लिए भोपाल आए थे, जब नन्नाजी से मुलाकात की थी। पीएम ने उनकी सेहत के बारे में पूछा और किसी भी किस्म की मदद की दरकार होने पर बेहिचक बताने को कहा था।
लक्ष्मीनारायण गुप्ता का जन्म 6 जून 1918 को अशोकनगर जिले के ईसागढ़ तहसील में एक छोटे से मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। नन्ना जी ने प्रारंभिक पढाई पूरी कर लिपिक की नौकरी की। 1943 में नौकरी त्यागकर वकालत शुरू करने के साथ समाजसेवा में जुट गए। 1944 में नन्ना जी हिन्दू महासभा से जुड़े और 1947 में डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी जब हिन्दू महासभा के अध्यक्ष बने तो नन्ना जी को कार्यकारिणी सदस्य बनाया। 1949 में जिला सहकारी केन्द्र बैंक में डायरेक्टर रहे।
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