एंबुलेंस के कारण सुर्खियों में बीजेपी सांसद, सांसद निधि के एंबुलेंस में मिली शराब, जानें क्या है पूरा मामला
बीजेपी सांसद पर ट्वीट कर हमला बोला.
सारण: बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी (Rajeev Pratap Rudy) एक बार फिर एम्बुलेंस की वजह से विवादों में हैं. सांसद निधि से दिए गए एम्बुलेंस में चेकिंग के दौरान शराब मिलने के बाद फिर एक बार सारण सांसद विपक्ष के नेताओं के टारगेट पर आ गए हैं. जाप (JAP) सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने बीजेपी सांसद पर ट्वीट कर हमला बोला. ऐसे में खुद को नए विवाद में घिरता देख रूडी सामने आए और पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा.
जिले के कोटवापट्टी रामपुर पंचायत को सांसद निधि से दी गई एम्बुलेंस का दुरूपयोग करने की बात संज्ञान में आने पर सारण सांसद ने जिले में एक प्रेस वार्ता कर इस संदर्भ में तकनीकी तथ्य और प्रमाण उपलब्ध कराते हुए पत्रकारों को तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया और एम्बुलेंस को जब्त करने वाले स्थानीय पुलिस बल की सराहना करते हुए अवैध कार्य में संलिप्त दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही.
सांसद रूडी ने बताया कि एक एम्बुलेंस गैर कानूनी कार्य करता हुआ पाया गया, जिसे त्वरित कार्रवाई कर स्थानीय पुलिस ने जब्त कर लिया है. इसके लिए उन्होंने स्थानीय पुलिस बल की सराहना की और कहा कि इन वाहनों से यदि कोई अवैध कार्य किया जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से पंचायत संचालन समिति की होती है.
उन्होंने कहा, " जब इस प्रकार की परिकल्पना मैंने की थी तब जिलाधिकारी की निगरानी में इसके लिए जिला स्तर पर एक संचालन समिति का गठन किया गया था, जो अब भी कार्य कर रहा है. जिला के उप विकास आयुक्त इसके पदेन अध्यक्ष और सचिव मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी होते हैं. इसके अंतर्गत जिला योजना पदाधिकारी, लेखा पदाधिकारी, पंचायती राज पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला अनुश्रवण और मुल्यांकन पदाधिकारी और संचालन समन्वयक सदस्य होते हैं.
इस समिति के अंतर्गत इच्छुक पंचायतों को एक-एक एम्बुलेंस आवंटित किया गया था और इसके सुगम संचालन के लिए जिला संचालन समिति की निगरानी में पंचायत स्तर पर मुखिया के नेतृत्व में पंचायत संचालन समिति का गठन किया गया. बीआर 04 पीए - 3405 नंबर के एम्बुलेंस को अवैध काम में संलिप्त होने के कारण पुलिस ने जब्त कर लिया है.
उन्होनें कहा कि राज्य में अभी ग्राम पंचायतों के चुनाव की घोषणा हो चुकी है, ऐसे में जो भी निवर्तमान जन प्रतिनिधि या स्थानीय लोग वाहन का दुरूपयोग करने में संलिप्त पाए जाते है, उनपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि सारण में संचालित ये सेवा अपनी तरह का अनूठा एम्बुलेंस सेवा है, जिसका विधिवत संचालन वर्ष 2019 से हो रहा है. पूरे देश के लोकसभा क्षेत्र में कहीं भी इस तरह की एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं है, जिसका संचालन एक केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष से होता है. हालांकि, केंद्रीकृत संचालन सुविधा होने के बावजूद यह सुनिश्चित करना मुश्किल होता है कि कोई गाड़ी का दुरूपयोग कर रहा है या नहीं.