वैक्सीन की कीमत को लेकर बीजेपी विधायक ने जताई नाराजगी, कहा - तुम तो डकैतों से भी बदतर हो
देश में एक तरफ कोरोना का कहर जारी तो दूसरी तरफ सरकार वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज करने के प्रयास कर रही है
देश में एक तरफ कोरोना (Coronavirus Latest Photo) का कहर जारी तो दूसरी तरफ सरकार वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज करने के प्रयास कर रही है. अभी तक देश में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) का काम जारी है, लेकिन आने वाली 1 मई से देश में 18 साल से अधिक उम्र के लोग भी वैक्सीन लगवा सकेंगे. कोरोना अपने चरम पर है और रोजाना लाखों की संख्या में लोग इस वायरस से संक्रमित हो रहे हैं.
कोरोना तेज रफ्तार के साथ लोगों को अपना शिकार बना रहा है. संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही कोविड सेंटर्स में अब भीड़ भी बढ़ने लगी है. इस बीच कोरोना वैक्सीन की कीमत को लेकर बीजेपी विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने नाराजगी जताई है. उन्होंने ट्वीट करके तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की कीमत को लेकर गंभीर बातें कहीं.
अपने ट्वीट में उन्होंने सीधे तौर पर कोविशील्ड वैक्सीन की लागत और उसे आम जनता के लिए तय कीमत पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि सरकार जो कीमत बता रही है और पब्लिक को जिस कीमत में वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है उन दोनों में काफी अंतर है.
बोले- एपिडेमिक एक्ट के तहत एक्शन होना चाहिए
बीजेपी विधायक ने इसके लिए सीधे तौर पर कंपनी को ही जिम्मेदार ठहराया और लिखा कि 'तुम तो डकैतों से भी बदतर हो'. एमएलए राधा मोहन का गुस्सा यहीं नहीं रुका उन्होंने कहा कि तुम्हारी फैक्ट्री के खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत एक्शन होना चाहिए और उसे अधिग्रहित कर लेना चाहिए.
सीरम इंस्टीट्यूट कर रही है कोवीशील्ड का निर्माण
राधा मोहन ने अपने ट्वीट में कहा कि कंपनी ने आम जनता को लगने वाली वैक्सीन 200 रुपये में, राज्य सरकार को 400 रुपये में और वही वैक्सीन जनता को 600 रुपये में देती है. उन्होंने सवाल किया कि जब कंपनी भारत सरकार को वैक्सीन 200 रुपये में देती है तो फिर जनता को 600 रुपये में क्यों. बता दें कि भारत में एस्ट्राजेनिका की कोवीशील्ड का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट कर रही है.