बीजेपी नेता रूपेश शर्मा आईसीयू में भर्ती, पुलिस लाठीचार्ज में हुए थे घायल
बूंदी। बूंदी अघोषित बिजली कटौती के विरोध में सोमवार को भाजपा नेता रूपेश शर्मा के नेतृत्व में चित्तौड़ रोड़ स्थित जयपुर विद्युत वितरण निगम अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। लाठीचार्ज में भाजपा नेता रूपेश शर्मा सहित एक दर्जन से अधिक लोगों को चोटें आई है । आधा दर्जन लोगों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार बिजली कटौती से आहत एक दर्जन गांवों के किसानों ने साेमवार सुबह से ही धरना स्थल पर पहुंचना शुरू कर दिया था। धरने में मौजूद किसानों को सम्बोधित करते हुए भाजपा नेता रूपेश शर्मा ने कहा कि एक ओर तो मानसून की बेरूखी चल रही है, वहीं दूसरी ओर अघोषित बिजली कटौती से किसानों की फसले बर्बाद होने के कगार पर खड़ी है। राज्य सरकार द्वारा भेदभाव करते हुए बिजली का वितरण किया जा रहा है। जहां कांग्रेस के विधायक है, वहां बिजली नियमित दी जा रही है। सरकार की इस नीति का विरोध करते हुए किसानों को पर्याप्त बिजली मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा। धरने को नीम का खेड़ा के पूर्व सरपंच रामप्रसाद बैरागी, मोहनलाल गुर्जर आदि ने भी सम्बोधित किया।
धरने पर रूपेश शर्मा के साथ मौजूद किसान ज्ञापन देने के लिए अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। जब अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे तो किसानों ने उन्हें खरी खोटी सुनाते हुए चूड़ियां दिखाई। अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके तो किसानों ने अधिकारियों की ओर चूड़ियां फेंकी। इस पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इसी बीच पुलिस ने बल प्रयोग कर किसानों को खदेड़ दिया। लाठीचार्ज में भाजपा नेता रूपेश शर्मा, भूपेंद्र गुर्जर,अरविन्द बैरागी, अंशुल दाधीच, रामपाल मीणा आदि को चोटे आने से बून्दी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं एक दर्जन से अधिक लोगों को मामूली चोटें आई है। अस्पताल में भर्ती भाजपा नेता रूपेश शर्मा ने कहा कि अघोषित बिजली कटौती के विरोध में शांतिपूर्वक धरना दिया जा रहा था। इसी दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया जिसे बर्दाश नहीं किया जाएगा। बूंदी के हिंडोली में अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ और जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने की मांग को लेकर बीजेपी के बसोली, दबलाना, हिंडोली, पेच की बावड़ी मंडल के कार्यकर्ताओ ने सोमवार को बिजली निगम कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। बीजेपी कार्यकर्ता कृषि उपज मंडी परिसर जमा हुए और रैली के रूप में बिजली कार्यालय पहुँचे। वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट्स हटाने की कोशिश की तो पुलिस के जवानों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के जवानों के बीच झड़प भी हुई। विरोध कर रहे कार्यकर्ता बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर निगम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।