राहुल गांधी पर BJP ने कसा तंज, कांग्रेस का पलटवार कहा- लोग मातम मना रहे हैं और सरकार टीका उत्सव
बीजेपी के संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर तंज कसा तो कांग्रेस प्रवक्ता अल्का लांबा ने कहा कि पीएम मोदी ने अचानक से लॉकडाउन लगाया था।
बीजेपी के संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर तंज कसा तो कांग्रेस प्रवक्ता अल्का लांबा ने कहा कि पीएम मोदी ने अचानक से लॉकडाउन लगाया था। देश को मुसीबत में झोंक दिया। वहीं जब महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगाया गया तो सबको भरोसे में लेकर लगाया गया। सारे इंतजाम किए गए उसके बाद लॉकडाउन लगाया। इस समय लोग सड़कों पर पलायन करते नहीं नजर आ रहे हैं जैसे कि पिछले साल कर रहे थे। प्रवक्ता ने कहा, 'आप मखौल बना रहे हैं, टीका उत्सव मना रहे हैं। लोग मातम मना रहे हैं और आप टीका उत्सव मना रहे हैं।'
बता दें कि आज कांग्रेस ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पर निशाना साधा। पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पत्र पर केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया पर आपत्ति जताई। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि मंत्री राजनीति में व्यस्त हैं, उनकी टिप्पणी निरर्थक है क्योंकि यह पत्र पीएम को संबोधित था न कि स्वास्थ्य मंत्री को। स्वास्थ्य मंत्री के इस आरोप पर कि कांग्रेस शासित राज्यों ने वैक्सीन को लेकर झिझक पैदा की है। श्रीनेत ने कहा, "वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट स्वाभाविक होती है और एक डॉक्टर होने के बावजूद, यह दुखद है कि मंत्री ने इस पर राजनीति करने की सोची है।"
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा,"कांग्रेस शासित राज्यों जैसे महाराष्ट्र में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या अधिक है क्योंकि वहाँ अधिक लोगों का टेस्ट किया जा रहा है। जबकि भाजपा शासित राज्यों में सरकार द्वारा अपनी अक्षमता को छिपाने के लिए कोविड के आंकड़ों में धांधली की जा रही है।
नेता ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों, गुजरात के सात शहरों में सबसे खराब स्थिति देखी जा रही है, 680 मौतें देखी गईं और यूपी जैसे राज्य हैं जहां भाजपा सरकार ने अनौपचारिक रूप से प्राइवेट टेस्टिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है। " मंत्री की टिप्पणी को सड़क छाप बताते हुए कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हर्षवर्धन को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
नेता ने कहा कि इस दुख की घड़ी में केंद्र सरकार के मंत्री राजनीति में जुटे हुए हैं। इससे पहले मंत्री जावड़ेकर ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र में कोरोना के टीकों को बर्बाद किया जा रहा है जबकि महाराष्ट्र ने दवाओं और कोविड से संबंधित सुविधाओं को अपने लोगों के लिए उपलब्ध कराने में 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
नेता ने बताया कि राज्य में महामारी से निपटने के लिए विधायकों के फंड से 350 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना भी है। बता दें कि भारत में सोमवार सुबह कोरोना के 2,73,810 नए मामले दर्ज किए गए। यह महामारी बढ़ने के बाद से एक दिन में सबसे अधिक वृद्धि है