Bilaspur. बिलासपुर। बिलासपुर हिमाचल प्रदेश का पहला ऐसा शहर बन जाएगा, जो 100 परसेंट सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। शहर के सभी मुख्य चौक चौराहों, सार्वजनिक स्थानों और नशा कारोबार के लिहाज से संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। इस प्रोजेक्ट के लिए जिला प्रशासन ने डीएफएफ्टी से 2.63 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया है। शहर में 85 लोकेशन चिन्हित की गई हैं, जहां तीसरी आंख का पहरा लगेगा। पूरे शहर में कुल 335 सीसीटीवी कैमरा लगेंगे, जिसमें 295 सीसीटीवी, 31 एएनपीआर और नौ पीटीजैड कैमरा शामिल हैं। इन कैमरों से संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है, जहां से शहर के सभी सार्वजनिक स्थल व चौक चौराहों पर 24 घंटे के लिए तीसरा आंख का पहरा रहेगा।
पुलिस प्रशासन ने शहर में सीसीटीवी कैमरों को लगाने के लिए लोकेशंस फाइनल कर ली हैं, लेकिन अभी फाइनल सर्वे किया जाना बाकी है। जल्द ही चामुंडा कारपोरेशन के जरिए यह सर्वे करवाया जाएगा जिसकी रिपोर्ट तैयार होने के बाद अगली कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। दिसंबर से शहर को कैमरों से लैस करने की कवायद आरंभ कर दी जाएगी। पिछले दिनों शिमला में आयोजित डीसी व एसपी कान्फ्रेंस में बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने शहर को कैमरों से लैस करने की योजना पर प्रेजेंटेशन दी है। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री के समक्ष प्रोजेक्ट प्लान रखा, जिसमें नशा तस्करी की निगरानी के लिए बिलासपुर शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसके लिए डीएमएफ्टी फंड से 2.63 करोड़ का बजट मंजूर किया है। प्रेजेंटेशन में उपायुक्त ने बताया कि बिलासपुर प्रदेश का पहला ऐसा शहर बन जाएगा जो कि शत-प्रतिशत कैमरों से लैस होगा।