पटना: बिहार में बारिश और बाढ़ की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयार है। बाढ़ और बाढ़ के पानी के उतरने के बाद जलजनित रोगों की आशंका को लेकर विभाग ने डीडीटी और फॉगिंग की तैयारी कर ली है। बाढ़ से घिरे लोगों के लिए नौका औषधालय की भी तैयारी की जा रही है।
राज्य के बाढ़ संभावित 15 जिलों में बाढ़ को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयार है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या उपकेंद्र, स्कूल, पंचायत भवन आदि में अस्थायी अस्पताल खोले जाएंगे। अस्पताल का संचालन तब तक होगा, जब तक महामारी पर नियंत्रण नहीं हो जाता है। बाढ़ से घिरे क्षेत्र में सड़क संपर्क टूटने पर नौका औषधालय का इंतजाम रहेगा। किसी भी तरह की सूचना के लिए राज्य नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क स्थापित करने के लिए प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है।
बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिला पदाधिकारी तथा सिविल सर्जन को इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में बनाई गई महामारी रोकथाम समिति बीमारियों के संभावित क्षेत्रों को, पूर्व के अनुभव के आधार पर, चिन्हित करेगी एवं वहां पर त्वरित तरीके से उपचारात्मक एवं निरोधात्मक कार्रवाई करेगी। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की पहचान पूर्व से करके डिलीवरी किट एवं मैटरनिटी हट की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा चिकित्सा दलों का गठन भी किया जाएगा।