बिहार चुनाव: कन्हैया कुमार ने आरजेडी तेजस्वी को निशाना साधते हुए कहा- 'सवाल नेता का नहीं नीति का...सवाल चेहरा का नहीं नियत का...
युवाओं का चुनाव नहीं बल्कि बदलाव का चुनाव है. बिहार की जनता ने मन बना दिया है कि बदलाव करना है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां लगातार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं. इस बीच जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) के नेता कन्हैया कुमार ने कहा है कि ये युवाओं का चुनाव नहीं बल्कि बदलाव का चुनाव है. बिहार की जनता ने मन बना दिया है कि बदलाव करना है.
कन्हैया कुमार ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर कहा कि राजनीति में नीति सबसे महत्वपूर्ण है. सवाल नेता का नहीं नीति का है. सवाल चेहरा का नहीं नियत का है. सवाल चेहरे से ज्यादा चरित्र का है. अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता है. एक समूह की जरूरत होती है. एक टीम की जरूरत होगी.
चुनाव नहीं लड़ने पर कन्हैया कुमार ने कहा कि जो पार्टी कहेगी वही करेंगे. पार्टी कहेगी कि दरी बिछाएंगे तो वही करूंगा. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर कन्हैया ने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ कभी मैं अनर्गल बात नहीं करता हूं. सीएम नीतीश समाजवादी स्कूल से निकले हैं. नीतीश की स्टेपनी बीजेपी थी. अब बीजेपी ने नीतीश को स्टेपनी बना ली है.
चिराग पासवान और उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) पर कन्हैया कुमार ने कहा कि बीजेपी के साथ के बिना यह हो ही नहीं सकता है कि एक पार्टी दिल्ली में एनडीए का पार्ट हो और यहां उसके खिलाफ चुनाव लड़े. चिराग युवा हैं. इनके अंदर प्रतिभा है. वह उनका हक है कि वह चुनाव जैसा लड़ना चाहते हैं लड़े. मैंने कभी किसी के लिए वोट कटवा जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. चिराग जब एनडीए का हिस्सा है तो दिल्ली से बिहार पहुंचते-पहुंचते ऐसा क्या हो गया.