मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो गया है. एनसीपी नेता अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं. उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है. इसके साथ ही उनके 9 विधायक भी शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं. उनके साथ पार्टी के 18 विधायक हैं. भाजपा-शिवसेना गठबंधन को समर्थन देने और सरकार में शामिल होने का अजित पवार का फैसला 2024 से पहले विपक्षी एकता के लिए एक झटका है.
अजित पवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि विकास को महत्व देना बहुत जरूरी है. पिछले 9 साल से पीएम मोदी जिस तरह विकास के लिए काफी काम कर रहे हैं. उसे देखकर मुझे लगा कि मुझे भी विकास की यात्रा में भागीदार होना चाहिए, इसलिए मैं एनडीए में शामिल होना चाहता था.
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा है कि एकनाथ शिंदे का गुट इंतजार कर रहा था कि उन्हें सरकार में शामिल किया जाएगा, लेकिन अब वह खाली हाथ रह गए हैं. जो विधायक अजित पवार के साथ गए हैं, सभी को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. हमें पता था कि ये हो रहा है. अब बीजेपी और एजेंसियों को जवाब देना चाहिए कि वह क्या करेंगे. जिन्हें उन्होंने कहा था कि जेल भेजेंगे, अब उन्हें जेल भेजना चाहिए.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि पहले एमपी बीजेपी की प्रयोगशाला थी, लेकिन अब महाराष्ट्र बन गई है. चुनाव आते-आते बीजेपी कई नए प्रयोग करेगी. भले पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को कहीं स्थान न मिले. बीजेपी को हर जगह स्थान चाहिए.