चंद्रयान-3 को लेकर बड़ी खबर, 23 अगस्त शाम 5.47 बजे पर चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग
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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूरा मिशन स्वदेशी है, यह आत्मनिर्भर भारत के मंत्र पर खरा उतर रहा है। यह आने वाले वर्षों में एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में, एक अग्रणी वैश्विक खिलाड़ी के रूप में भारत की भूमिका को भी दोहराएगा। यदि सब कुछ ठीक रहा तो चंद्रयान की 23 अगस्त, शाम 5.47 बजे IST पर चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी। इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने ये बड़ी जानकारी दी है।
भारत के इस तीसरे चंद्र मिशन में भी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर लैंडर की 'सॉफ्ट लैंडिंग' का है। 'चंद्रयान-2' मिशन के दौरान अंतिम क्षणों में लैंडर 'विक्रम' पथ विचलन के चलते 'सॉफ्ट लैंडिंग' करने में सफल नहीं हुआ था। यदि इस बार इस मिशन में सफलता मिलती है तो भारत ऐसी उपलब्धि हासिल कर चुके अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ जैसे देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा। इसरो ने पूर्व में कहा था कि 'चंद्रयान-3' कार्यक्रम के तहत इसरो अपने चंद्र मॉड्यूल की मदद से चंद्र सतह पर 'सॉफ्ट-लैंडिंग' और चंद्र भूभाग पर रोवर के घूमने का प्रदर्शन करके नए कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। एलवीएम3एम4 रॉकेट को पूर्व में जीएसएलवीएमके3 कहा जाता था। चंद्रयान-3 मिशन में एक स्वदेशी प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और एक रोवर शामिल है जिसका उद्देश्य अंतर-ग्रहीय अभियानों के लिए आवश्यक नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करना और प्रदर्शित करना है।
चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा है। यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं।''