जम्मू-कश्मीर। एसएसपी कठुआ शोभित सक्सेना ने कहा, "सुबह करीब 10 बजे हमें सूचना मिली कि मुकुंदपुर इलाके से एक ड्रोन बरामद हुआ है। यह इलाका सीमा के पास है। हम जांच कर रहे हैं कि ड्रोन कहां से आया। ड्रोन को तकनीकी जांच के लिए भेजा गया है...हमारी टीमें अलर्ट पर हैं..."
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट के बाद सुरक्षा बलों ने बुधवार को घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने के बाद, जिन्हें आतंकवादी माना जा रहा है उन्हें राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने पुलिस कर्मियों के साथ मेंढर सेक्टर में बेहरी राख जंगल और उसके आसपास के गांवों को घेर लिया। अधिकारियों ने बताया कि कसबलारी ब्रेला, हुंडई गली और मनकोट के आसपास के इलाकों में भी घेराबंदी और तलाशी अभियान चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक अभी तक संदिग्ध आतंकियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
जम्मू संभाग में पुलिस ने बीते 48 घंटों में उधमुपर, रियासी, किश्तवाड़, रामबन, राजौरी और पुंछ जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। पुलिस ने इन छह जिलों में सक्रिय आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के नेटवर्क में शामिल तत्वों के 56 ठिकानों की तलाशी लेकर आतंकवाद के खात्मे की ओर कदम बढ़ाया। इस कार्रवाई में आतंकियों के विभिन्न ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) और संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करने के अलावा इलेक्ट्रानिक उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज, बड़ी मात्रा में नकदी, हथियार व अन्य साजो-सामान भी बरामद किया गया है।
इससे पहले जम्मू के सिदड़ा इलाके में तिरुपति बालाजी के मंदिर के साथ लगते जंगल में आतंकियों द्वारा विस्फोटक सामग्री छुपाए जाने की सूचना पर जम्मू पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने जंगल के इलाके के साथ जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और सैन्य छावनी के आसपास के इलाके को खंगाला। पुलिस के साथ बम निरोधक दस्ते और डाग स्कवाड भी मौजूद रहे। करीब पांच घंटे तक तलाशी अभियान चलाने के बाद वहां से कोई भी संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई। जिसके बाद इस अभियान को बंद कर दिया गया। हालांकि, एहतियात के तौर पर वहां जवानों को तैनात कर दिया गया, ताकि संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।