BIG BREAKING: फर्रुखाबाद में ट्रेन पलटाने की साजिश, जांच कर रही पुलिस

बड़ी खबर

Update: 2024-08-24 17:08 GMT
Farrukhabad. फर्रुखाबाद। यूपी में फर्रुखाबाद के अमलइया गांव में ट्रेन पलटाने की साजिश की गई। यहां ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा (बोटा) रख दिया। ट्रैक से जैसे ही फर्रुखाबाद एक्सप्रेस गुजरी लकड़ी का टुकड़ा इंजन में फंस गया। पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। इससे हादसा होने से बच गया। लकड़ी का टुकड़ा 137 सेंटीमीटर लंबा है। इसके एक सिरे की गोलाई 65 सेंटीमीटर और दूसरे की 75 सेंटीमीटर है। वजन 35 किलोग्राम है। ट्रेन कासगंज से फर्रुखाबाद जा रही थी। घटना शुक्रवार रात की है। घटना से 2-3 घंटे पहले यहां से दो ट्रेनें गुजरी थीं।

शनिवार शाम रेलवे इंजीनियर जहीर अहमद खान ने कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मालूम हो, 16 अगस्त की रात को वाराणसी-अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी ऐसी ही घटना हुई थी। गोविंदपुरी स्टेशन से आगे गुजैनी के पास ट्रैक पर किसी ने पटरी का टुकड़ा रख दिया था। इससे ट्रेन के 22 डिब्बे बेपटरी हो गए थे। शमसाबाद स्टेशन पर गार्ड ने लकड़ी का टुकड़ा स्टेशन मास्टर को सौंपा। इसके पहले शुक्रवार रात करीब 3 बजे से इज्जतनगर (बरेली) के डिप्टी कमांडेंट मोहम्मद शारिक खान, बरेली से इंस्पेक्टर ओपी मीणा और कन्नौज से इंस्पेक्टर राजेश ने मौके पर सर्च अभियान चलाया। कुछ देर में ही जनपद कासगंज से डॉग स्कावड टीम भी मौके पर पहुंच गई। रेलवे इंजीनियर जहीर अहमद खान को साथ लेकर सुबह तक जांच-पड़ताल की गई।

SP आलोक प्रियदर्शी ने बताया- शुक्रवार रात रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा रख दिया गया था। इस मामले में अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच में सामने आया कि पास में आम के पेड़ की डालें टूटी पड़ी थीं। उसी में से एक डाल उठाकर ट्रैक पर डाल दी गई। जांच में वहां शराब की खाली बोतल सहित कुछ पन्नियां मिली हैं। ऐसा लग रहा है कि वहां अराजक तत्वों ने शराब भी पी थी। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पास के गांव के अराजक लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। छानबीन के बाद एक्शन लेंगे। फर्रुखाबाद एक्सप्रेस (05389) कायमगंज रेलवे स्टेशन से शुक्रवार रात 11.18 बजे रवाना हुई। यह जब फर्रुखाबाद के लिए बढ़ी तो अमलइया गांव के सामने ट्रैक पर किसी ने लकड़ी का टुकड़ा रख दिया था। ट्रेन के ड्राइवर ने इसे देख लिया और सूझबूझ दिखाते हुए तत्‍काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक ली।

चूंकि ट्रेन की स्पीड 80 से 90 किलोमीटर की थी, इससे इंजन में लकड़ी का टुकड़ा फंस गया, जो कुछ दूर तक घिसटते हुए गया। इस दौरान ड्राइवर ने गाड़ी को पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया। इसके बाद 25 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। रेलकर्मियों ने रेलवे ट्रैक पर रखा लकड़ी का टुकड़ा हटाया। इसके बाद रात 12.04 बजे ट्रेन शमशाबाद रेलवे स्टेशन पहुंची। हादसे के बाद ट्रेन के गार्ड और ड्राइवर ने घटना की सूचना रेलवे स्टेशन पर अफसरों को दी। इसके बाद शनिवार सुबह कासगंज और बरेली से रेलवे की टीम आई। ट्रैक की जांच-पड़ताल की। डॉग स्क्वायड के साथ GRP और RPF के जवान भी मौके पर पहुंचे। जिस स्थान पर लकड़ी का टुकड़ा रखा गया था, उसके पास के दो गांव में भी डॉग स्क्वायड लेकर टीम पहुंची। हर एक पहलू पर बारीकी से जांच की जा रही है। इज्जत नगर मंडल के DRM के PRO राजेंद्र सिंह ने बताया- घटना को देखते हुए RPF की टीम को मौके पर भेजा गया है। टीम ने जांच पड़ताल कर ली है। ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ से घटना टल गई। यह घटना रात करीब 11.38 बजे की है। 30 मिनट ट्रेन मौके पर खड़ी रही थी। बाद में फर्रुखाबाद के लिए रवाना हुई।
Tags:    

Similar News

-->