BIG BREAKING: BJP नेता शमशेर गिल ने दिया इस्तीफा

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Update: 2024-09-04 17:53 GMT
Hisar. हिसार। भारतीय जनता पार्टी ने जिले की सातों विधानसभाओं के लिए टिकटों की घोषणा कर दी है। बुधवार देर सांय जारी सूची के अनुसार जिले की सभी सातों विधानसभाओं के लिए उम्मीदवारों की ऐलान किया गया। पार्टी में बरवाला व उकलाना से उम्मीदवारों का विरोध करते हुुए कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दे दिए हैं। भाजपा की ओर से जारी सूची के अनुसार पार्टी ने हिसार से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता पर ही हैट्रिक बनाने की जिम्मेवारी डाली है। वे इससे पहले वर्ष 2014 व 2019 में चुनाव जीत चुके हैं। यहां पर
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अमीर महिला व कुरूक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल की माता भी टिकट मिलने की चर्चाएं चल रही थी लेकिन सांगठनिक शक्ति के बल पर मंत्री डॉ. कमल गुप्ता भारी पड़े और टिकट लाने में कामयाब रहे। हालांकि वर्ष 2014 के चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ रही सावित्री जिंदल उस समय डॉ. कमल गुप्ता से ही चुनाव हारी थी लेकिन इस बार जिंदंल परिवार के भाजपा में आने के बाद डॉ. कमल गुप्ता व सावित्री जिंदंल दोनोें ही टिकट के प्रमुख दावेदार थे। यहां से हिसार के मेयर रहे गौतम सरदाना भी टिकट के दावेदार थे लेकिन उन्हें भी निराशा हाथ लगी है।


 



नारनौंद विधानसभा क्षेत्र से वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को मैदान में उतारा गया है। यहां से उनके मुकाबले कोई और मजबूत नेता नहीं था और हलके के उनके प्रभाव को देखते हुए पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2014 से 2019 के शासनकाल में वित्त मंत्रालय सहित कई विभागों का कार्यभार देख रहे कैप्टन अभिमन्यु द्वारा नारनौंद हलके के करवाए गए विकास कार्यों को विरोधी भी स्वीकार करते हैं। अब पार्टी ने उन्हें फिर से नारनौंद के रण में उतारा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का अजेय गढ़ कहे जाने वाले आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में युवा विधायक भव्य ​बिश्नोई ​को फिर से ​मैदान में उतारा गया है। कुलदीप बिश्नोई के परिवार सहित वर्ष 2021 में भाजपा में शामिल होने के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के जयप्रकाश को हराकर भव्य बिश्नोई पहली बार विधायक बने थे। अब उन्हें आम चुनाव में फिर से उम्मीदवार बनाया गया है। यह ऐसा क्षेत्र है जहां सदैव भजनलाल परिवार का दबदबा रहा है और इस परिवार ने चाहे किसी पार्टी से चुनाव लड़ा हो, जीत इस परिवार के नाम ही रही है।

पार्टी ने हांसी विधानसभा क्षेत्र से विनोद भ्याणा को भी दूसरी बार जिम्मेवारी दी है। भ्याणा वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे और अब उन्हें दूसरी बार उम्मीदवार बनाया गया है। यहां से पार्टी महिला विंग की प्रदेश महामंत्री गायत्री देवी भी टिकट मांग रही थी लेकिन उन्हें दूसरी बार निराशा हाथ लगी है। इससे पहले पिछले चुनाव में भी वे टिकट पर दावा ठोंक रही थी। उकलाना विधानसभा क्षेत्र में पार्टी ने जजपा से हाल ही में शामिल हुए पूर्व राज्यमंत्री अनूप धानक पर भरोसा जताया है। यहां से पार्टी की पूर्व जिला अध्यक्ष आशा खेदड़, पार्टी नेता बहादुर सिंह नंगथला एवं सीमा गैबीपुर भी टिकट के दावेदार थे लेकिन पार्टी ने अपनों की बजाय दूसरी पार्टी से आए नेता पर भरोसा जताया है। बरवाला विधानसभा क्षेत्र में पार्टी ने राज्य के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा को उतारा है। वे वर्तमान में नलवा से विधायक है। वे इस बार भी नलवा से दावेदार थे लेकिन भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई अपने खासमखास रणधीर प​निहार को टिकट दिलवाने में कामयाब रहे हैं। रणधीर पनिहार को टिकट मिलने की वजह से रणबीर गंगवा को बरवाला शिफ्ट किया गया है। यह बात अलग है कि रणबीर गंगवा को टिकट मिलने से पूर्व ही पार्टी के कई नेताओं ने विरोध शुरू कर रखा है और जिला सचिव स्वामी दर्शन​ गिरी महाराज ने तो इस्तीफा भी दे दिया है।

भारतीय जनता पार्टी ने नलवा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी नेता एवं कुलदीप बिश्नोई के खासमखास रणधीर पनिहार को उम्मीदवार बनाया है। रणधीर पनिहार वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन भाजपा के रणबीर गंगवा से मामूली अंतर से हार गए थे। कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने के बाद रणधीर पनिहार भी यहां से भाजपा के दावेदार हो गए और आखिर कुलदीप बिश्नोई अपने खास को टिकट दिलवाने में कामयाब हो गए। अब देखना है कि अपनी सांगठनिक शक्ति के दम पर भाजपा जिले की सात विधानसभाओं में कितनेे अंतर से कहां पर विजय पताका फहराती है। भाजपा की वरिष्ठ नेत्री एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सीमा गैबीपुर ने पूर्व मंत्री एवं जजपा से आए ​अनूप धानक को टिकट दिए जाने के विरोधस्वरूप पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वे भी यहां से टिकट की दावेदार थी लेकिन टिकट न मिलने पर उन्होंने उम्मीदवारों की घोषणा के तुरंत बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौेली को इस्तीफा भेज दिया। पार्टी नेता शमशेर गिल ने भी उकलाना की टिकट के फैसले को गलत बताते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भी प्रदेश अध्यक्षा मोहनलाल बड़ौली के नाम लिखे त्यागपत्र में अनूप धानक को टिकट दिए जाने को गलत बताया है। हालांकि भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा देर सायं की है लेकिन पार्टी के जिला सचिव स्वामी दर्शन गिरी महाराज ने दिन में ही पार्टी की प्राथमिकत सदस्यता से त्यागपत्र देते हुए जिला सचिव का पद छोड़ दिया था। उन्हें व अन्य पार्टीजनों को पहले ही आशंका हो गई थी कि रणबीर गंगवा को बरवाला से टिकट दी जा रही है जबकि बरवाला के नेताओं की मांग थी कि वर्षों से मेहनत कर रहे स्थानीय नेता को ही टिकट दी जाए।
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