नूंह। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा में आरोपी कांग्रेस के विधायक मामन खान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। मामन खान पर कानून का शिकंजा कसता ही जा रहा है। कोर्ट ने मामन की पुलिस रिमांड दो दिनों के लिए बढ़ा दी है। कांग्रेस विधायक मामन खान की दो दिनों की रिमांड अवधि आज यानी रविवार को खत्म हो रही थी। इसके बाद बाद उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया था। यहां अदालत ने उनकी रिमांड अवधि फिर से बढ़ा दी है। अब मामन खान दो दिन और पुलिस रिमांड पर ही रहेंगे। इससे पहले मामन खान को जब अदालत में पेश किया गया तब उस वक्त सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी की गई थी। 15 सितंबर को जब अदालत में मामन खान को पेश किया गया था तब अदालत ने उन्हें दो दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा था और अब रिमांड की अवधि को दो और दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। कांग्रेस विधायक मामन खान पर 1 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई थी।
नूंह हिंसा के आरोप में फिरोजपुर झिरका विधायक मामन खान को 2 दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद आज एसआईटी ने दोबारा नूंह जिला कोर्ट लेकर पहुंची। जहां कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद मामन को फिर से 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। वहीं बता दें की इससे पूर्व शुक्रवार को जिला कोर्ट में मामन खान को पेश किया गया था। मामन खान को इसके बाद कोर्ट ने 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। गौरतलब है कि नूंह हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक मामन खान गिरफ्तारी के बाद जिले में धारा 144 लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। वहीं शनिवार यानि बीती देर रात जिले में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि नूंह जिला कोर्ट के बाहर पुलिस ने नाका लगाया है। कोर्ट के गेट पर भारी पुलिस बल तैनात है। बता दें कि 31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल शोभायात्रा के दौरान 2 समुदायों के बीच हिंसक घटना हुई थी। इस हिंसा में 2 होमगार्ड के जवान समेत 6 लोगों की जान गई थी और 60 से अधिक लोग घायल भी हुए थे। नूंह हिंसा में उपद्रवियों ने 50 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। वहीं, नूह हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
जिसके बाद उनपर कानूनी कार्रवाई चल रही है। राजस्थान के जयपुर से मामन खान को गिरफ्तार किया गया था। नूंह में 31 जुलाई को वीएचपी ने बृजमंडल यात्रा का आयोजन किया था। इसी यात्रा के दौरान यहां हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में जानमाल का नुकसान हुआ था। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने पहले मीडिया से बातचीत में कहा था कि शुरुआती जांच के बाद प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि इस हिंसा में कांग्रेस विधायक मामन खान का हाथ है। अनिल विज ने कहा था कि शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, मामन खान हिंसा वाली जगहों पर गये थे। इसके बाद से ही उनपर शिकंजा कसता चला गया। रिमांड के दौरान पुलिस ने मामन खान से कई सवाल पूछे थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पुलिस ने मामन खान से पूछा कि 28 जुलाई से लेकर 31 जुलाई के बीच वो कहां थे? इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि यूट्यूब पर डाले गये कुछ भड़काऊ वीडियो के बारे में भी मामन खान से पूछताछ हुई है। यह भी कहा जा रहा है कि रिमांड की अवधि के दौरान पुलिस मामन खान को नगीना और तावडू पुलिस थाने के अलावा कई अन्य जगहों पर लेकर गई थी और उनसे पूछताछ की गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कांग्रेस विधायक का मोबाइल और लैपटॉप अपने कब्जे में लिया है। मोबाइल और लैपटॉप की भी जांच-पड़ताल की जा रही है।