बड़ी कार्रवाई: हेरोइन तस्करी मामले को NIA ने किया टेक ओवर, कई जगहों पर की छापेमारी
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है.
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. कुछ दिनों पहले केंद्रीय खुफिया राजस्व निदेशालय (DRI ) द्वारा जप्त 21 हजार करोड़ की ड्रग्स (Drugs ) मामले को टेक ओवर करने के बाद शनिवार को कई लोकेशन पर छापेमारी की. एजेंसी ने कार्रवाई में काफी सबूतों और दस्तावेजों को जप्त किया. जांच एजेंसी के अधिकारी के मुताबिक इस मामले में आरोपियों और उससे जुड़े कई संदिग्ध आरोपियों के लोकेशन पर तफ़्तीश करने और छापेमारी करने लिए शनिवार सुबह टीम पहुंची और छापेमारी की. एनआईए की तफ़्तीश करने वाली टीम चेन्नई (Chennai), विजयवाड़ा के कई लोकेशन पर इस छापेमारी की.
केंद्रीय खुफिया निदेशालय यानी डीआरआई (Directorate of Revenue Intelligence ) ने कुछ दिनों पहले एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से (Mundra Port, Gujarat) करीब 21,000 करोड़ से ज्यादा रकम की हेरोइन को जप्त किया था, जो तकरीबन तीन हजार किलोग्राम था. DRI द्वारा की गई कार्रवाई और तफ़्तीश के बाद जांच एजेंसी को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली जिसके आधार पर बनी रिपोर्ट को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA ) ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ( NIA ) को ट्रांसफर कर दिया. अब एनआईए ने टेक ओवर कर लिया और इसके बाद शनिवार को छापेमारी की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
DRI द्वारा इस मामले में अब तक कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. डीआरआई के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में गिरफ्तार आरोपियों में चार आरोपी अफगानिस्तान (Afghanistan ) मूल के हैं. इनसे डीआरआई की टीम पूछताछ कर रही है. इस मामले में एनआईए की टीम जल्द ही मचवराम सुधाकरन, दुर्गा पीवी गोविंद राजू, राजकुमार पी सहित अन्य गिरफ्तार अफगानिस्तान मूल के आरोपियों से पूछताछ कर सकती है. मामले में आरोपियों का कनेक्शन दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, चेन्नई ,उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों से फिलहाल जुड़ता हुआ दिख रहा है .तालिबान के कब्जे के बाद करीब 3000 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी
केंद्रीय जांच एजेंसी डीआरआई के सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हेरोइन की जो कंसाइनमेंट गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर भेजी गई थी, उसमें से करीब 3000 किलोग्राम हीरोइन को जप्त किया गया था. इस मसले में तालिबान (Taliban) की भूमिका को भी भारतीय जांच एजेंसी तलाश रही हैं. अफगानिस्तान में 15 अगस्त को तालिबान द्वारा कब्जा किया गया था, उसके बाद जिस तरह से अफगानिस्तान और ईरान के रास्ते नशे का ये कारोबार तेजी से बढ़ा है. जांच एजेंसियों के सूत्रों का ऐसा कहना है कि तालिबान कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है. वह नशे के धंधे से अपनी आर्थिक कमजोरी को मिटाना चाहता है.DRI के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक यह हेरोइन कंधार से हसन हुसैन लिमिटेड नाम की कंपनी से आयात किया गया था. आयात करने के वक्त में यह बताया गया था इस कंसाइनमेंट में टेलकम पाउडर है. इस कंसाइनमेंट को अफगानिस्तान से टैल्क पत्थरों के नाम पर आयात करने का दावा किया गया था. जिसे ईरान की बंदर अब्बास पोर्ट से गुजरात (Gujarat ) की मुंद्रा पोर्ट के लिए भेजा गया था. डीआरआई के अधिकारी के मुताबिक नशे की यह खेप हैदराबाद के विजयवाड़ा में स्थित आशी ट्रेडिंग कंपनी के द्वारा आयात किए गए समान के अंदर छुपाकर लाया गया था.