CM के पर्सनल सेक्रेटरी पर आयकर विभाग का बड़ा एक्शन, छापेमारी के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, क्या-क्या मिला?
ईडी कर सकती है जांच?
रांची: सीएम हेमंत सोरेन के आप्त सचिव सुनील श्रीवास्तव समेत कई कारोबारियों के 13 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी दूसरे दिन रविवार को भी जारी रही। इस दौरान आयकर ने सुनील श्रीवास्तव के करीबियों के जमशेदपुर स्थित ठिकानों से कुल 35 लाख कैश बरामद किए। आयकर की टीम अब विभिन्न बैंकों के खातों-लॉकर की जांच कर लेन-देन का ब्योरा निकालने में जुटी है। दरअसल, शनिवार को छापेमारी के दौरान 15 लाख रुपए जब्त किए गए थे। ऐसे में रेड के दूसरे दिन पहले दिन से ज्यादा कैश बरामद किए गए हैं। इसी के साथ आप्त सचिव पर एक और गाज गिर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में अब ईडी की एंट्री हो सकती है। इनकम टैक्स विभाग के साथ-साथ ईडी पूरे केस की जांच कर सकती है।
बता दें कि शनिवार को रांची के अशोक नगर के समीप स्थित रामदेव नगर में स्थित सीएम के वरीय आप्त सचिव सुनील श्रीवास्तव, ग्लोबल डेवलपर के पार्टनर सह बिल्डर दिनेश मंडल समेत सरायकेला के गम्हरिया में झामुमो के कार्यकारिणी सदस्य सह कारोबारी गणेश चौधरी, अंजनियां इस्पात के उदय सिंह, जमशेदपुर के कारोबारी गोविंद पारीख समेत अन्य ठिकानों पर आयकर ने दबिश दी थी। रविवार को सुबह छह बजे एक साथ आयकर ने इन ठिकानों पर छापेमारी जारी रखी। इसके बाद देर रात तक कागजातों को खंगालने में जुटी रही। शनिवार को ही सुनील श्रीवास्तव के करीबियों के ठिकानों से 15 लाख रुपए कैश बरामद किए गए थे।
वहीं, रविवार को भी कई ठिकानों से कैश की बरामदगी की गई। आयकर सूत्रों के मुताबिक आईटी की यह कार्रवाई विधानसभा चुनाव में फंड मैनेजमेंट के संदेह में की गई। बता दें कि पथ निर्माण विभाग से स्वैच्छिक अवकाश के बाद सुनील श्रीवास्तव सीएम के आप्त सचिव बनाए गए थे। सूत्रों के मुताबिक अब इस मामले में ईडी की टीम भी जांच शुरू कर सकती है। हालांकि ईडी टीम कब जांच शुरू करेगी, यह स्पष्ट नहीं है।
सुनील श्रीवास्तव ने साल 2020 में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के पद से स्वैच्छिक अवकाश लिया था। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री का आप्त सचिव बनाया गया था। वे भवन निर्माण विभाग में कार्यरत रह चुके हैं। वहीं, सरायकेला में झामुमो नेता सह गणेश चौधरी सीएम के काफी करीबी बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक उन्हें सरायकेला विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है।
आयकर विभाग ने 25 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव के दौरान हवाला के सहारे पैसों की लेन-देन की सूचना पर रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह और कोलकाता में 29 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में आयकर को जमशेदपुर, गिरिडीह व रांची के कारोबारियों के हवाला कारोबार से जुड़े होने के लिंक मिले थे। इसके साथ आयकर को 100 करोड़ से अधिक हवाला ट्रांजेशन से संबधित साक्ष्य भी मिले थे।
आयकर की टीम को शनिवार-रविवार को छापे के दौरान शेल कंपनियों से जुड़े दस्तावेज भी मिले थे। एक कंपनी के आईटीआर में कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन भी मिले। आयकर टीम खातों में हुए लेन-देन की जांच के साथ रांची की डिजिटल फॉरेंसिक टीम की मदद से डिजिटल डिवाइस का डाटा खंगाल रही है।