वाराणसी (यूपी) (आईएएनएस)| बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के एमएससी फाइनल ईयर के छात्र आशीष कुमार नामदेव ने डालमिया छात्रावास में अपने कमरे में कीटनाशक दवाई खा ली। उसे इलाज के लिए एसएसएल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। उसका डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। इससे पहले उसने खुदकुशी का प्रयास किया था। तकरीबन 6 साल पहले राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान उसने आत्महत्या करने की कोशिश की थी।
भेलूपुर के एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने कहा, कीटनाशक खाने के बाद आशीष कुमार नामदेव अपने छात्रावास के कमरे में अचेत अवस्था में पड़ा था। जिसके बाद उसे एसएसएल अस्पताल ले जाया गया। नामदेव की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।
एसीपी ने कहा, शुरूआती जांच में यह बात सामने आई है कि नामदेव डिप्रेशन में था और पिछले छह महीने से बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज करा रहा था। जब वह 2017 में कोटा में पढ़ाई कर रहा था, तब उसने आत्महत्या का प्रयास किया था।
सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजन मध्य प्रदेश के रीवा से आ गए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हॉस्टल में अन्य साथियों ने बताया कि आशीष डिप्रेशन में था, खासकर प्लेसमेंट ड्राइव में किसी कंपनी द्वारा उसका चयन नहीं किए जाने के बाद से वह डिप्रेस्ड रहता था।