केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वरुणा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे

Update: 2023-05-02 06:13 GMT
मैसुरू (आईएएनएस)| केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को वरुणा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे जहां कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धारमैया और भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा राज्य के मंत्री वी. सोमन्ना के बीच सीधी टक्कर है। वरुणा में कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। चुनाव-प्रचार में तीखापन बढ़ता जा रहा है। हिंसक घटनाएं भी हुई हैं। सिद्दारमैया के लिए पहले प्रचार आसान लग रहा था लेकिन अब परिस्थितियां बदल गई हैं। शाह के चुनाव प्रचार के साथ मुकाबला कड़ा हो सकता है।
अमित शाह निर्वाचन क्षेत्र के होसकोटे गांव में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा, सांसद और इस क्षेत्र के एक प्रमुख दलित नेता तथा अनुभवी राजनेता वी. श्रीनिवासप्रसाद कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।
गृह मंत्री मतदाताओं को एक मजबूत संदेश देना चाहते हैं कि सिद्धारमैया के खिलाफ सोमन्ना को मैदान में उतारना पार्टी का एक गंभीर और सोचा-समझा कदम था। यह कार्यक्रम राजनीतिक गलियारों में चल रही अफवाहों पर भी विराम लगाएगा कि सोमन्ना को पार्टी ने बलि का बकरा बनाया है।
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि भाजपा ने सिद्दारमैया को वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में व्यस्त करने की योजना बनाई थी ताकि वह राज्यव्यापी दौरे और कांग्रेस के लिए प्रचार न कर सकें।
सिद्दारमैया को दलित वर्ग का नेता माना जाता है और वह अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस प्रमुख को निशाने पर लेते रहे हैं। भाजपा लंबे समय से राज्य की राजनीति में उनके पतन की रणनीति बना रही है।
हालांकि, इस बार उनके लिए मुकाबला अंत तक दिलचस्प बने रहने की उम्मीद है क्योंकि लिंगायत समुदाय निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं का सबसे बड़ा समूह है। अनुभवी दलित नेता श्रीनिवासप्रसाद को साथ लाकर, भाजपा इस सीट पर एक सी हिस्सेदारी रखने वाले एससी/एसटी और ओबीसी के वोटों पर पकड़ मजबूत करना चाहती है।
यह अफवाह थी कि येदियुरप्पा और सोमन्ना के बीच आपसी लड़ाई चल रही है और वरुणा में लिंगायत वोटों का विभाजन होगा। लेकिन अमित शाह सुनिश्चित कर रहे हैं कि येदियुरप्पा मौजूद रहें और सोमन्ना के लिए अपना समर्थन देने का वादा करें। दरअसल, येदियुरप्पा ने पहले ही कह दिया था कि वह सिद्दारमैया की हार सुनिश्चित करेंगे।
सिद्दारमैया ने पहले कहा था कि वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं और उन्हें निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करने की भी जरूरत नहीं है। लेकिन हाल ही में उन्होंने दिन भर का प्रचार अभियान चलाया। भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता टकराव के मूड में हैं और जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है, तनाव बढ़ रहा है। अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो सिद्दारमैया मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे। भाजपा ने सिद्दारमैया को हराने पर सोमन्ना को बड़ी भूमिका देने का वादा किया है।
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