बम्म। सिरखड्ड किनारे बम्म घाटी में दो दिवसीय कहलूर उत्सव मेले का आगाज शिव मंदिर में पूजा अर्चना, ढोल नगाड़े संग टमक की थाप पर किया गया। यह जानकारी देते हुए कहलूर कल्याण समिति के सचिव एवं बम्म पंचायत के प्रधान मनीष शर्मा ने बताया कि यह ऐतिहासिक मेला सदियों से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। उन्होंने बताया कि मेला में दूर-दूर से लोग व व्यापारी चार चांद लगाने और नजारा लेने के लिए बम्म घाटी में पहुंचे हुए हैं। मेले में व्यापारी दुकानदार, हिंडोले झूले वाले पहुंच गए हैं तथा दुकानें सज गई हैं। बम्म घाटी में होने वाले इस उत्सव का नजारा देखने के लिए हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी के लोग पहुंच कर मेले का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेला आयोजन के लिए स्थानीय जनता का भी भरपूर सहयोग मिला है। इस दौरान खेलों का आयोजन किया गया।
जिसमें दर्जनों टीमों ने भाग लिया। खिलाडिय़ों ने फाइनल मुकाबले तक पहुंचने के लिए खूब पसीना बहाया। उन्होंने बताया कि वालीबॉल प्रतियोगिता में मरहाना टीम विजेता तथा सलाहो टीम उपविजेता बनी है। मेला कमेटी ने विजेता व उपविजेता टीमों को ट्रॉफी खिताब व नगद पुरुस्कार से सम्मानित किया। घुमारवीं से लदरोर बाया कोठी, कुठेड़ा, परनाल, पंतेहड़ा व बगेटू सडक़ पर दो दिवसीय ऐतिहासिक शिव मंदिर में मेला बड़ पीपल आम और लैला मजनू वृक्षों की ठंडी छाया में बम्म मैदान में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस वर्ष मेले में विभिन्न क्षेत्रों से सभी प्रकार के व्यापारियों, खिलाडिय़ों और लोक कलाकारों को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से चार चांद लगा दिए।वहीं समिति के प्रधान कर्मदत्त शर्मा ने बताया कि बम्म मेले पर सभी तैयारियां सुचारू रूप से की गई हैं। पुलिस प्रशासन, विद्युत विभाग, जल शक्ति, लोक निर्माण विभाग और संस्कृति विभाग आदि की सहायता से प्रत्येक कार्यक्रम सफल रहा है। वहीं मेला बहुत ज्यादा सफल रहा है।