Bagbaani एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने किया उद्घाटन

Update: 2024-08-04 12:14 GMT
Recangpio. रिकांगपिओ। किन्नौर जिला के मीरू पंचायत क्षेत्र के दौरे के दौरान राजस्व, बागबानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने विभिन्न जन-कल्याणकारी कार्यों का शिलान्यास सहित उद्घाटन किए। इस दौरान उन्होंने मीरू पंचायत के रांगले में दो करोड़ 98 लाख रुपए की राशि से निर्मित पुल का उद़घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने चोलिंग क्षेत्र के लिए एक करोड़ 10 लाख रुपए की राशि से बनने वाली जल आपूर्ति योजना तथा मीरू पंचायत क्षेत्र के जो घर अब तक पेय जल योजना से छूटे हुए हंै, उन घरों को लाभ प्रदान करने के लिए 52 लाख 73 हजार रुपए की राशि की योजना का शिलान्यास किया। मीरू पंचायत क्षेत्र के दौरे के दौरान श्री नेगी ने देवता मंदिर प्रांगण मीरू में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य के निर्धन एवम उपेक्षित वर्गों के उत्थान एवम विकास के लिए दिन-रात कार्य कर रही है और समावेशी नीतियों के तहत निर्धन वर्गों को राहत प्रदान कर रही है। बागबानी मंत्री ने बताया कि प्रदेश के लघु एवम सीमांत बागवानों को लाभ पहुंचाने तथा उनकी आय में वृद्धि करने के मद्देनजर पूरे प्रदेश में यूनिवर्सल कार्टन
इस वर्ष से आरंभ कर दिया गया है।

इसके अलावा प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए सभी संपर्क मार्गों को सेब सीजन से पूर्व दुरुस्त करने का कार्य प्रगति पर है । उन्होंने यह भी कहा कि जनजातीय जिलों के निर्धन एवम भूमिहीन लोगों को उनकी अपनी भूमि दिलवाने के दृष्टिगत शीघ्र ही वन अधिकार अधिनियम-2006 के तहत भूमि प्रदान की जाएगी। वन अधिकार अधिनियम.2006 कांग्रेस सरकार में रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की देन है जिनकी दूरगामी एवम देश के हर वर्ग के उत्थान की सोच के तहत लोगों को वनों पर सामुदायिक अधिकार प्राप्त हुए जिस कारण अब भूमिहीन लोग स्वाभिमान के साथ अपना जीवनयापन कर रहे हैं। इससे पूर्व राजस्व मंत्री का कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया । श्री नेगी ने मीरू पंचायत क्षेत्र के दौरे के उपरांत यूला ग्राम पंचायत का दौरा किया। यूला में भी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू बागबानों के हितैषी हैं और इस दिशा में निरंतरता के साथ कार्य कर रहे हैं ताकि बागवानों,किसानों एवं पशुपालकों के जीवन स्तर में वृद्धि हो सके और ग्रामीण आर्थिकी को संबल मिल सके। उन्होंने बताया कि जनजातीय जिला किन्नौर में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दृष्टिगत सेब की उन्नत किस्मों को विकसित किया जा रहा है ताकि बागबानों को अपनी उपज के उचित दाम मिल सके।
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