कोरोना काल में गजब का कारनामा, जिंदा महिला को बताया मरा हुआ, जाने- लापरवाही का पूरा मामला

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आग में घी का काम कर रही है.

Update: 2021-04-26 11:47 GMT

यूपी के झांसी जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से मृतकों के मामले और संक्रमितों की संख्या से पहले ही जनमानस दहशत में है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आग में घी का काम कर रही है. दरअसल, कोरोना से ठीक होने पर घर लौटी महिला को मृत करार दे दिया. जबकि, महिला होम आइसोलेशन में है और पूरी तरह स्वस्थ है.

जानकारी के मुताबिक, झांसी के सिविल लाइंस में रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मीनारायण गुप्ता और उनकी पत्नी राजकुमारी गुप्ता ने 11 अप्रैल को कोविड जांच कराई थी. 14 को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वह मेडिकल कॉलेज झांसी में भर्ती होने के लिए पहुंचे.
कुछ दिन बाद हालात ठीक होने पर दंपति को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. इसके बाद दंपति होम आइसोलेशन में चले गए. आश्चर्य तब हुआ जब दंपति के घर वापस आ जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी की गई कोरोना से मरने वालों की सूची में राजकुमारी गुप्ता का भी नाम डाल दिया गया.
इसका खुलासा तब हुआ जब उनके एक रिश्तेदार ने फोन करके हाल चाल पूछा. इस पर दंपति ने पूरी तरह स्वस्थ होने की जानकारी दी, तब रिश्तेदार ने उन्हें पूरे मामले के बारे में बताया. इससे दंपति भी दंग रह गए. उन्होंने अपने स्वस्थ होने का एक वीडियो जारी कर दिया. दूसरी तरफ इस वीडियो से अस्पताल की पूरी लापरवाही उजागर हो गई.
सेवानिवृत्त शिक्षक एल इन गुप्ता का कहना है कि मैं और मेरी पत्नी 15 तारीख को कोरोना पॉजिटिव होने के कारण मेडिकल कालेज में भर्ती हुए थे. 17 तारीख को हमारी छुट्टी हुई और घर पर ही 10 दिन के लिए क्वारन्टीन हैं और हम दोनों ही स्वस्थ हैं. वहीं महिला का कहना है कि मैं जिंदा हूं और पूरी तरह स्वस्थ हूं. वहीं, इस घटना का पूरा वीडियो वायरल हो गया है. 
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