हिमस्खलन: रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 3 और शव बरामद, 15 हुई मरने वालों की संख्या
हिमस्खलन
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा के पास सुमना में एक हिमस्खलन में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 15 हो गई. चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने कहा कि तीन लोग अभी भी लापता हैं और उनका पता लगाने के प्रयास जारी हैं. इसके साथ ही तीन और शव बरामद होने से हिमस्खलन में मरने वालों की संख्या 15 हो गई.
चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि हिमस्खलन वाले स्थान से शनिवार को 10 और रविवार को दो शव बरामद हुए थे. जोशी ने कहा कि हादसे में अब तक 15 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए जोशीमठ लाया जा रहा है. ग्यारह मृतकों की पहचान हो गई है, जोकि झारखंड के निवासी थे.
घायलों का इलाज जारी
एनके जोशी ने बताया कि तीन लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए अभियान जारी है. इसके अलावा, घटना में घायल हुए सात लोगों का उपचार चल जारी है. इनमें से पांच घायल जोशीमठ सेना अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि दो अन्य को देहरादून ले जाया गया है. सुमना, जहां शुक्रवार को हिमस्खलन हुआ था, वह गिरिगाड और किओगैड के संगम के पास स्थित है. दो धाराएं जो धौली गंगा नदी से निकलती हैं, जो फरवरी में एक विपत्तिपूर्ण हिमस्खलन का शिकार हुईं, जिसमें 80 लोग मारे गए और 126 लापता हो गए थे. मलारी गांव से करीब 25 किलोमीटर दूर सुमना धौलीगंगा नदी से निकलने वाली दो धाराओं, गिरथीगाड और किओगाठ के संगम पर स्थित है और हिमस्खलन के समय मौके पर सीमा सडक संगठन का निर्माण कार्य चल रहा था जहां मजदूर काम कर रहे थे.