पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनके गांव सिताब दियारा पहुंचे. यहां उन्होंने जेपी की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. अमित शाह ने नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि जेपी के आंदोलन से निकले बिहार के नेता आज सत्ता के लिए कांग्रेस की गोद में बैठे हैं. शाह ने कहा कि जेपी ने जीवन भर सत्ता की न सोचकर सिद्धांतों के लिए काम किया. लेकिन आज 5-5 बार सत्ता के लिए पाला बदलने वाले लोग बिहार के मुख्यमंत्री बनकर बैठे हैं.
अमित शाह ने कहा कि जेपी के आंदोलन से निकले कई लोग हैं, जिन्होंने जीवनभर जेपी और लोहिया का नाम लेकर राजनीति की. लेकिन आज वे कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं. सिर्फ सत्ता के लिए. उनसे आप सहमत हैं क्या? क्या ये जयप्रकाश के सिद्धांतों की राजनीति है. उन्होंने जीवनभर सिद्धांत के लिए काम किया. लेकिन आज 5-5 बार सत्ता के लिए पाला बदलने वाले लोग बिहार के मुख्यमंत्री बनकर बैठे हैं. बिहार की जनता को तय करना है कि जय प्रकाश के रास्ते पर चलने वाली बीजेपी चाहिए या जय प्रकाश के रास्ते से भटकने वाली गठजोड़ की सरकार.
अमित शाह ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी ने अपना पूरा जीवन भूमिहीनों के लिए, गरीबों, दलितों और पिछड़ों के लिए गुजारा है. उन्होंने समाजवाद की विचारधारा और जाति विहीन समाज की रचना की कल्पना लेकर अनेकों परिकल्पनाएं कीं. गृह मंत्री ने कहा कि जब 70 के दशक में भ्रष्टाचार और सत्ता में चूर शासन के अधिकारियो ने देश में इमरजेंसी डालने का काम किया, तब जयप्रकाश जी ने उसके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया.
उन्होंने कहा कि 1942 के 'भारत छोड़ो आंदोलन' में हजारीबाग की जेल जिसको न रोक सकी. उस जयप्रकाश को इंदिरा जी की यातना न रोक पाई. जब इमरजेंसी उठी तो जे.पी जी ने पूरे विपक्ष को एक किया और देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनाने का काम जयप्रकाश नारायण जी ने किया.
अमित शाह ने कहा कि आज देश में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है. 8 साल से जयप्रकाश जी के सिद्धांत से और विनोबा जी के सिद्धांत से सर्वोदय के नारे को मोदी जी ने अंत्योदय के साथ जोड़कर गरीबों का कल्याण करने का काम किया.