प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या को साढ़े तीन महीने का समय बीत चुका है। प्रयागराज पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और अब पुलिस की एसआईटी (SIT) प्रयागराज की सीजेएम (CJM) कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। माना जा रहा है कि पुलिस मौके पर पकड़े गए तीनों आरोपी शूटर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होगी। फिलहाल यह तीनों शूटर प्रतापगढ़ की जिला जेल में बंद हैं। बता दें कि 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में पुलिस कस्टडी में माफिया ब्रदर्स की हत्या हुई थी। हत्या में तुर्की की बनी जिगाना और गिरसान पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने मौके पर तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए थे। तब से पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। जांच में कोई नए तथ्य सामने नहीं आए हैं। कल यानी 14 जुलाई को हत्याकांड के 90 दिन भी पूरे हो रहे हैं। इससे पहले पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर देगी। चार्जशीट में माफिया ब्रदर्स की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है।
इस घटना के बाद पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमित शर्मा ने 3 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था। एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र की अध्यक्षता में गठित टीम में एसीपी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर ओमप्रकाश शामिल हैं। इन्होंने मामले की जांच शुरू की। SIT ने तीनों शूटरों से पूछताछ शुरू की। तीनों आरोपियों ने नाम कमाने और रातों-रात डॉन बनने के लिए हत्या की बात कबूल की थी। एसआईटी 90 दिन की जांच के बाद भी तीनों शूटर्स से आगे नहीं बढ़ सकी और हत्याकांड के पीछे साजिशकर्ता तक नहीं पहुंच सकी। एसआईटी जिस तुर्की की जिगाना और गिरसान पिस्टल से हत्या की गई थी उसकी कड़ी भी नहीं जोड़ सकी है। सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में तीनों हत्यारोपियों को मनबढ़ बताया गया है। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही दिल्ली के गोगी गैंग और सुंदर भाटी गैंग से भी तार जुड़े बताए गए हैं। SIT ने शूटर्स के पड़ोसियों और गांव वालों के भी बयान दर्ज किए हैं। इसके अलावा मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ,मीडिया कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के भी बयान दर्ज किए गए हैं। फिलहाल तीनों आरोपी 14 जुलाई तक ज्यूडिशियल कस्टडी में प्रतापगढ़ जेल में बंद है।14 जुलाई को फिर से आरोपियों की सीजेएम कोर्ट में पेशी होगी। सुरक्षा के मद्देनजर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराई जा सकती है।