गुवाहाटी (आईएएनएस)| असम के नागांव जिले की एक महिला और उसका नाबालिग बेटा पाकिस्तान जेल में बंद है। वो दोनों पिछले साल नवंबर से लापता थे। आवश्यक दस्तावेज के बिना कथित रूप से पाकिस्तान में प्रवेश करने के लिए उन्हें हिरासत में लिया गया है। वहीदा बेगम के रूप में पहचानी जाने वाली महिला ने दो साल पहले अपने पति को खो दिया था। उन्हें अपने दिवंगत पति की संपत्ति विरासत में मिली।
नागांव जिले की पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, महिला का अपने दिवंगत पति से एक बेटा है। अपने पति की मृत्यु के बाद, वहीदा बेगम को एक ऐसे व्यक्ति से प्यार हो गया, जिसके बारे में संदेह है कि वह अफगान या पाकिस्तानी नागरिक है। हालांकि, हमें अभी उसकी पहचान की पुष्टि करनी है। महिला ने अपनी संपत्ति बेच दी और नवंबर में अपने बेटे और पुरुष के साथ सऊदी अरब चली गई।
घटना के बाद उसकी मां अजीफा खातून ने नागांव थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस बीच, दिसंबर में, खातून को एक पाकिस्तानी लॉ फर्म से एक पत्र मिला जिसमें कहा गया था कि वहीदा और उसके बेटे को पाकिस्तानी सेना ने बिना अधिकृत यात्रा प्रमाण पत्र के सीमा पार करने के लिए हिरासत में लिया है।
डोले ने कहा, हमने महिला से उसकी मां के मोबाइल से बात की। वहीदा ने हमें बताया कि वह और उसका बेटा इस समय पाकिस्तान की क्वेटा जेल के महिला वार्ड में हैं।
पुलिस के मुताबिक युवक ने युवती को शादी का झांसा देकर बहला फुसला कर ले गया। इसलिए वह असम में अपनी संपत्तियां बेचकर उसके साथ सऊदी अरब चली गई।
अधिकारी ने बताया, वे पाकिस्तान कैसे पहुंचे, यह हमारे लिए एक रहस्य है। महिला असम वापस आना चाहती है और उसने पुलिस की मदद मांगी है।
नौगांव पुलिस ने मामले को उच्चाधिकारियों के सामने उठाया है।
खातून ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी दूतावास को लिखा था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने अपनी बेटी और पोते की पाकिस्तानी हिरासत से रिहाई के साथ-साथ उनकी सुरक्षा के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर करने का फैसला किया है।