असदुद्दीन ओवैसी बोले-पीएम मोदी की सभी के लिए फ्री टीके की नीति सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का रिजल्ट
देश में सात कंपनियां टीका उत्पादन पर कर रही हैं काम
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के टीकाकरण के वास्ते राज्यों को केंद्र द्वारा निशुल्क टीका उपलब्ध कराए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप का परिणाम जान पड़ती है. मोदी के संबोधन को लेकर हैदराबाद के सांसद ने एक के बाद एक ट्वीट करके कहा कि निजी अस्पतालों का 25 फीसदी कोटा जारी रहेगा ताकि अमीर लोगों को आसानी हो जबकि गरीबों को टीके की उपलब्धता का इंतजार करना होगा.
ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, "एक और गैर-जरूरी भाषण के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद, जिसकी जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए भी दी जा सकती थी. टीका नीति को लेकर बदलाव उच्चत न्यायालय के आदेश का परिणाम जान पड़ता है. हालांकि, भयानक टीका नीति का आरोप राज्यों पर मढ़ दिया गया. मोदी टीका आपूर्ति सुनिश्चित करने में नाकाम रहे." उन्होंने आरोप लगाया कि टीका उत्पादन बढ़ाने को लेकर अप्रैल तक कोई पैसा खर्च नहीं किया गया और कहा कि जुलाई तक टीके की 60 करोड़ खुराक के मुकाबले देश को प्रतिमाह केवल आठ करोड़ खुराक ही मिल पाईं.
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि पूरे देश में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार 21 जून से राज्यों को निशुलक टीके देगी और कहा कि आगामी दिनों में देश में टीकों की आपूर्ति बढ़ेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र ने टीका निर्माताओं से राज्य के 25 प्रतिशत कोटे समेत 75 प्रतिशत खुराकें खरीदने और इसे राज्य सरकारों को निशुल्क देने का फैसला किया है.
देश में सात कंपनियां टीका उत्पादन पर कर रही हैं काम
उन्होंने घोषणा की, ''देश में बन रहे टीके में से 25 प्रतिशत, निजी क्षेत्र के अस्पताल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी. निजी अस्पताल, वैक्सीन की निर्धारित कीमत के उपरांत एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सेवा शुल्क ले सकेंगे. इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा.'' मोदी ने टीके के बारे में लोगों से जागरुकता बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका सुरक्षा कवच की तरह है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ देश में सात कंपनियां टीका उत्पादन पर काम कर रही हैं तथा तीन और टीकों के परीक्षण अग्रिम चरण में हैं. दूसरे देशों की कंपनियों से टीके हासिल करने की प्रक्रिया भी तेज की गई है.
पीएम ने टीकाकरण के बारे में अफवाहें फैलाने वालों से सतर्क रहने को कहा
वायरस से बच्चों के प्रभावित होने को लेकर कुछ विशेषज्ञों द्वारा जताई गई चिंताओं के बीच मोदी ने कहा कि इस दिशा में दो टीकों के परीक्षण चल रहे हैं. मोदी ने कहा कि नैजल स्प्रे टीके पर भी अनुसंधान जारी है और अगर इसमें कामयाबी मिली तो भारत के टीकाकरण अभियान को गति मिलेगी. कोविड मामलों में कमी आने पर महाराष्ट्र और दिल्ली समेत कुछ राज्यों में पाबंदियों में ढील के बीच मोदी ने लोगों से लापरवाही नहीं बरतने को कहा. प्रधानमंत्री ने टीकाकरण के बारे में अफवाहें फैलाने वाले लोगों के खिलाफ भी चेताया और कहा कि ऐसे लोग दूसरों की जान के साथ खेल रहे हैं और उनको लेकर सतर्क रहने की जरूरत है.