नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर हर्ष मल्होत्रा ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा की यह खेद का विषय है की मजबूत स्थानिय निकाय एवं मोहल्ला सभाओं की बात करके अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरूआत करने वाले मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल गत 8 साल से देश के सबसे बड़े स्थानीय निकाय दिल्ली के नगर निगम को कमजोर करने में लगे हैं।
भाजपा ने पत्रकारवार्ता में वह तस्वीरें दिखाईं जिनमें आतिशी एवं सौरभ भारद्वाज निगम अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। और खुद मुख्यमंत्री महापौर को साइड में खड़ा कर निगम मुद्दों पर पत्रकारों से बात कर रहे हैं।
हर्ष मल्होत्रा ने कहा, केजरीवाल ने ना तो गत आठ साल में अपनी पार्टी के नगर निगम दल में कोई नेतृत्व बनने दिया। जब अब उनकी पार्टी को नगर निगम में बहुमत मिला है तब भी वह किसी नगर निगम पार्षद को नेतृत्व सौंपने को तैयार नहीं। जिसका प्रमाण है कल कूड़े के पहाड़ के मुद्दे पर केजरीवाल का अपने मंत्री कैलाश गहलोत के साथ ओखला की बंद लैंडफिल साइट पर जाना और वहां जाकर दावा करना की हम इसे दिसम्बर 2023 तक साफ कर देंगे।
आगे मल्होत्रा ने कहा कि ओखला लैंडफिल साइट गत डेढ वर्ष से बंद है। वहाँ नया कूड़ा नहीं डलता है और गत अक्टूबर 2022 में जब उसके पास ही तुगलकाबाद में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कूड़े से बिजली बनाने का प्लांट का उद्घाटन किया था। तब ही निगमायुक्त ने घोषणा कर दी थी कि ओखला लैंडफिल साइट एक वर्ष में साफ हो जायेगी क्योंकि इसका सारे कूड़े का बिजली उत्पादन में होगा।