Arvind Kejriwal: ED ने अदालत से अरविंद केजरीवाल की 7 दिन की रिमांड की मांग की, पढ़ें जब खुद वकील बन गए सीएम
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने स्पेशल कोर्ट में पेश किया. यहां ईडी ने फिर केजरीवाल की सात दिन की हिरासत मांगी है. ईडी का कहना था कि केजरीवाल पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं. उनका एक अन्य आरोपी से आमना-सामना करवाना है. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए. उन्होंने पूछा- मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया है? मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है. क्या मेरी गिरफ्तारी के लिए कोई पर्याप्त आधार है? किसी कोर्ट ने अब तक मुझे दोषी नहीं माना है, फिर मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया है? मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है.
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. केजरीवाल को कोर्ट ने सात दिन की कस्टडी में भेजा था. आज उनकी कस्टडी समाप्त होने जा रही थी. इस पर ईडी ने उन्हें दिल्ली की राउज एवेंन्यू स्थित विशेष अदालत में पेश किया.
कोर्ट में केजरीवाल ने यह भी कहा, अच्छे माहौल में मुझसे पूछताछ हुई है. केस में मेरा नाम सिर्फ चार बार आया है. वहीं, ईडी ने कोर्ट में कहा कि पूछताछ के दौरान केजरीवाल के बयान दर्ज किए गए हैं. हम चाहते हैं कि केजरीवाल का सामना दीपक चागेला (गोवा के AAP नेता) से कराया जाए. ईडी ने अरविंद केजरीवाल की सात दिन की रिमांड की मांग की है.
ईडी का कहना था कि हम मामले के बारे में पूरी जानकारी करना चाहते हैं. वो जानबूझकर जानकारी और अपना आईटीआर साझा नहीं कर रहे हैं. ईडी इससे पहले दीपक चागेला का बयान दर्ज कर चुकी है.
वहीं, केजरीवाल का कहना है कि ये मामला फिलहाल दो साल से चल रहा है. अभी तक किसी भी कोर्ट ने मुझे दोषी नहीं पाया है. CBI ने 31 हजार पेजों की चार्जशीट दायर की है. ईडी ने 25 हजार पन्नों की चार्जशीट दायर की है. अब तक चार बयानों में मेरा नाम आया है. केजरीवाल ने उन बयानों को पढ़कर सुनाया, जिनमें उनका नाम लिया गया है.
केजरीवाल ने पूछा, मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया? क्या ये बयान एक मौजूदा सीएम को गिरफ्तार करने के लिए काफी है. केजरीवाल का कहना था कि रिमांड फेस करने में दिक्कत नहीं है. हम सारी चीजें कोर्ट को बताना चाहते हैं. उन्होंने शरत चंद्र रेड्डी की कंपनी अरबिंद फार्मा के इलेक्टोरल बॉन्ड का जिक्र भी किया.
केजरीवाल ने एमएसआर (मगुंटा रेड्डी, केस में सरकारी गवाह) का बयान पढ़ते हुए कहा कि, 'वो शाम 4:30 बजे मुझसे मिलने आए. वो दिल्ली में अपना धर्मार्थ संगठन खोलना चाहते थे और जमीन मांगी, मैंने कहा कि मैं एलजी को भेजूंगा. उसी दिन ईडी का छापा पड़ा और उन्होंने मामले को गलत ढंग से पेश किया. एमएसआर और उसके बेटे ने ईडी के सामने 6 बयान दिए हैं, लेकिन ईडी ने सिर्फ 7वें बयान का इस्तेमाल किया है. शरत रेड्डी ने 9 बयान दिए, लेकिन किसी में भी मेरा नाम नहीं था.
इस पर कोर्ट ने कहा, आप लिखित में बयान क्यों नहीं दे रहे हैं. वहीं, ASG ने भी केजरीवाल के बोलने पर आपत्ति जताई. कोर्ट ने कहा, आप लिखित में बयान क्यों नहीं देते हैं. क्या आप अपने बयान को लिखित में दे सकते हैं ताकि ये कोर्ट कार्रवाई का हिस्सा बन सके.
ईडी की तरफ से पेश हुए ASG राजू ने कहा कि केजरीवाल के बयान दर्ज किए गए हैं. वो सवालों के सीधे-सीधे जवाब नहीं दे रहे हैं. जो डिजिटल डेटा मिला है, उसको भी एग्जामिन किया जा रहा है. कुछ लोगों को गोवा से बुलाया गया है, जिनसे आमने-सामने बैठाकर बयान दर्ज करना है.