हेल्थ डिपार्टमेंट का अधिकारी बन करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला गिरफ्तार
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जयपुर। बिंदायका थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर सरकारी योजनाओं में बकाया पैसा जमा करवाने का झांसा देकर सैकड़ों डॉक्टर्स से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपित शातिर ठग उत्तर प्रदेश से बैठकर राजस्थान के डॉक्टर्स से हेल्थ डिपार्टमेंट का अधिकारी बन ठगी करता था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अभी तक 43 डॉक्टरों को अपना शिकार बनाया है। आरोपी प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर्स को उत्तर प्रदेश से क्यू आर कोड़ भेजकर मोटी रकम वसूलता था। पुलिस उपायुक्त जयपुर पशिचम संजीव नैन ने बताया कि बिंदायका थाना पुलिस ने हेल्थ डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर सरकारी योजनाओं में बकाया पैसा जमा करवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले शातिर ठग अंकित जायसवाल उर्फ सुमित जायसवाल निवासी लखनउ उत्तर प्रदेश गिरफ्तार किया है। इस सबंध में सिरसी रोड़ स्थिति राजगिरीश अस्पताल के डॉक्टर रजन अग्रवाल ने 8 फरवरी को बिंदायका थाने में आरोपी अंकित जयसवाल, उसकी मां सुमन, भाई शोभित और पत्नी संध्या दुबे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
संध्या दुबे ने उसे कॉल कर गुमराह करते हुए खुद को रजिस्टर्ड निवेश कंपनी होने की बात कहे कर बीस से तीस प्रतिशत प्रोफिट होने का झांसा दिया और एक करोड़ 80 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस पूछताछ में सामने आया है की गिरफ्तार आरोपी अंकित जायसवाल काफी शातिर है और राजस्थान सहित हरियाणा में भी सैकड़ो लोगों को अपना शिकार बना चुका है। आरोपी पुलिस को चकमा देने के लिए बार बार अपने ठिकाने बदलता रहता है और परिवार और रिश्तेदारों से सम्पर्क नहीं करता। फरारी काटने के लिए वह अधिकांश रेस्टोरेंट, क्लब और बार को चुनता है और बार बार अपनी पहचान बदलता रहता है। शातिर ठग की तलाश में पुलिस ने चार दिन तक उत्तर प्रदेश की होटलों और रेस्टोरेंटों की निगरानी की जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। की शातिर बदमाश उत्तर प्रदेश में बैठकर ऑन लाइन हॉस्पिटल की जानकारी लेता और फिर किसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना,भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना,चिरंजीवी योजनाओं से जुड़े प्राइवेट हॉस्पिटलों से सम्पर्क करता और खुद को हेल्थ डिपार्टमेंट का जूनियर अकाउंटेंट बताता। सरकारी योजनाओं का बकाया पैसा दिलाने का झांसा देता। डॉक्टरों से संपर्क करने पर वह अलग अलग नाम अंकित, सुमित, आकाश पांडे, संजय, सुनील शोभित बताता। शातिर ठग अलग अलग फर्जी नामों की सिमों से डॉक्टरों से सम्पर्क कर क्यू आर कोड़ भेज लाखों रुपए उसमें जमा करवा लेता था। गिरफ्तार शातिर ठग ने पुलिस पूछताछ में बताया की वो करोड़ों की ठगी कर चुका है। जिसमें राजस्थान के अलावा जयपुर, अलवर, चूरू, जोधपुर, झून्झूनू, बाडमेर, बूदी, भीलवाड़ा, करौली, दौसा, जालौर, कोटा, पाली, नागौर, गंगानगर, सिरोही के डॉक्टर्स से कुल 43 धोखाधड़ी के मामले है। पुलिस सभी हॉस्पिटल के डॉक्टरों से सम्पर्क कर तस्दीक करने में जुटी है।