असम. अजनाला कांड में फरार अमृतपाल की 36 दिन बाद गिरफ्तारी हो गई है. पंजाब पुलिस ने बताया कि अमृतपाल को एनएसए के तहत गिरफ्तार किया गया है और उसे असम के जेल भेजा गया है. बता दें कि अमृतपाल के सारे साथी असम के डिब्रूगढ़ के जेल में कैद हैं.
बता दें कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह 35 दिनों की लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार गिरफ्तार हो गया। रविवार को पंजाब की मोगा पुलिस ने उसे रोडेगांव में गुरुद्वारे से गिरफ्तार किया। यह गांव खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल भिंडरावाले का पैतृत गांव है। अमृतपाल ने गिरफ्तारी से पहले बयान जारी किया है। उसने इस बात खुलासा भी किया कि वह इतने दिनों तक कैचे बचा रहा। साथ ही उसने सिखों को फिर से भड़काने की कोशिश की।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह तमाम कोशिशों को बावजूद आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पंजाब पुलिस ने उसे अमृतसर में मेडिकल के बाद असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया है। यहां उसके 9 साथी भी कैद में हैं। अमृतपाल पर पुलिस ने एनएसए के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
अजनाला थाने में 23 फरवरी को पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने के आरोप में पुलिस ने अमृतपाल और उसके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। तब से वह पुलिस के रडार में है। पुलिस ने रविवार को एक बयान में कहा कि पुलिस के पास विश्वसनीय जानकारी थी कि अमृतपाल रोडेगांव में था। जब अमृतपाल के पास कोई विकल्प नहीं बचा था, तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया।