आईबी बैठक में बोले अमित शाह, ड्रोन-विरोधी तकनीक का इस्तेमाल और छोटे पोर्ट पर पैनी नजर रखी जाए
नई दिल्ली (आईएएनएस)| केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को दिल्ली में देशभर के इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और देश की आंतरिक सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इस मौके पर अमित शाह ने ड्रोन-विरोधी तकनीक का अधिक इस्तेमाल करने और तटीय सुरक्षा के लिए छोटे पोर्ट पर भी पैनी नजर रखने की बात कही।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आईबी अधिकारियों से कहा कि हमें देश की तटीय सुरक्षा को भी अभेद्य बनाना होगा और इसके लिए सबसे छोटे और सबसे आइसोलेटेड पोर्ट पर भी पैनी नजर होनी चाहिए। वहीं अमित शाह ने ये भी कहा कि नारकोटिक्स न सिर्फ देश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करता है बल्कि इससे कमाया गया पैसा, देश की आतंरिक सुरक्षा को भी प्रभावित करता है। यही वजह है कि इसके समूल नाश के लिए सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।
अमित शाह ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि सीमापार से ड्रोन के माध्यम से हो रही मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए ड्रोन-विरोधी तकनीक का अधिकतम उपयोग करना होगा। वहीं राज्यों की आतंकवाद रोधी और ड्रग्स-रोधी ऐजेंसियों के बीच संपर्क बढ़ाने और सूचना साझा करने की प्रक्रिया को और सु²ढ़ बनाने की जरूरत पर भी बल दिया।
गृह मंत्री ने आईबी अधिकारियों से कहा कि वामपंथी उग्रवाद पर काबू पाने के लिए उसके फायनेंशियल और लॉजिस्टिकल सपोर्ट सिस्टम को खत्म करने की जरूरत है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में काउंटर टेररिज्म, कट्टरवाद से खतरे, साइबर सुरक्षा संबंधित मुद्दों, सीमा से जुड़े पहलुओं और राष्ट्र की अखंडता और स्थिरता को सीमा पार से विरोधी तत्वों के खतरों सहित राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन व्यापक विचार विमर्श हुआ।