यूपी के प्रतापगढ़ में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने वहां राजा भैया को पहचानने से ही इनकार कर दिया. जब पत्रकारों ने अखिलेश यादव से राजा भैया से नाराज़गी और गठबंधन को लेकर सवाल पूछा तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें पहचानने से भी इनकार करते हुए पूछा, 'ये कौन है, ये है कौन'. वहीं समाजवादी पार्टी और राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के बीच गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया.
उन्होंने बिना नाम लिए हमला करते हुए कहा, इतना अन्याय कहीं नहीं हुआ जितना प्रतापगढ़ में एसपी कार्यकर्ताओं के ऊपर हो रहा है. कार्यक्रम के दौरान UPTET पेपर लीक मामले को लेकर पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार में लगातार इसी तरह पेपर लीक हो रहे है. आने वाले समय में यही बेरोजगार मतदान करेंगे और बीजेपी का राज्य से सफाया करेंगे.
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'अभी कुछ दिन पहले लोगों ने सीएम को पैदल मार्च करते देखा, वो अभी से पैदल हो गए हैं. जब मार्च का महीना आएगा तो जनता इनको मार्च के लिए भेज देगी.' वहीं महंगाई को लेकर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा, आज पेट्रोल 100 रु पार है. कोई सिलेंडर नहीं भरवा पा रहा है, किसान का धान नहीं खरीदा जा रहा है.
अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश यादव कार्यक्रम के दौरान कहा, इस बार बुल्डोजर वालों को हटाना है, जनता बदलाब चाहती है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव नई रणनीति के तहत बड़े दलों की जगह छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर इस बार बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी में जुटे हुए हैं.