Allahabad: आईईआरटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर
गूगल के प्रयोग से रूबरू होंगे भावी टेक्नोक्रेट्स
इलाहाबाद: प्लेसमेंट नहीं होने से परेशान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनयरिंग एंड रूरल टेक्नोलॉजी (आईईआरटी) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर है. संस्थान ने गूगल से एमओयू किया है. इसके तहत संस्थान में गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब (जीडीएससी) को स्थापित किया गया है. इस क्लब पर नई तकनीक और गूगल में हो रहे नए प्रयोग की जानकारी दी जाएगी. छात्रों को प्लेसमेंट का वो तरीके बताएंगी.
एमएनएनआईटी और ट्रिपलआईटी के बाद गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब स्थापित करने वाला आईईआरटी तीसरा संस्थान बन गया है. इस क्लब के जरिए ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (जीडीएस) में भाग लेने वाले छात्रों को नए कौशल विकसित करने और अपने साथियों के साथ सीखने का अवसर मिलता है. अक्सर उन्हें अपने समुदायों के लिए तकनीकी समाधान बनाने का मौका मिलता है. क्लब वर्तमान परिपेक्ष्य में छात्रों को कैसे व्यवहार करना है, किन बातों का ध्यान रखना है, पूरी जानकारी उपलब्ध कराएगी.
विद्यार्थियों की उपलब्धियों में गुणात्मक प्रगति: कंप्यूटर साइंस विभाग अध्यक्ष डॉ. रोहित के अनुसार आईईआरटी में जीडीएससी स्थापित होने के बाद विद्यार्थियों की उपलब्धियों में गुणात्मक प्रगति हुई है. इस साल थर्ड ईयर के विद्यार्थी अविचल दुबे ने कंप्यूटर साइंस में ऑल ओवर इंडिया में गेट एग्जाम में 57वी रैंक हासिल किया है. इस वर्ष अंतिम वर्ष के विद्यार्थी विमल मिश्र ने लाख के पैकेज तक की नौकरी प्राप्त की ही.
एआई की कार्य प्रणाली से छात्र होंगे रूबरू: डॉ. रोहित बताते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली डेटा-संचालित प्रौद्योगिकी में से एक है. सरकारों और प्रमुख उद्यमों से लेकर छोटी ऑनलाइन फर्मों तक, दुनिया भर के कई समूहों की ओर से कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग किया जा रहा है. इसकी प्रणाली को छात्र समझ सकेंगे.